नागलसर में लगा स्वास्थ्य शिविर, मलेरिया से मौत के बाद CMHO ने किया निरीक्षण बस्तर: सुदूर वनांचल ग्राम नागलसर में 6 वर्ष...
नागलसर में लगा स्वास्थ्य शिविर, मलेरिया से मौत के बाद CMHO ने किया निरीक्षण
बस्तर: सुदूर वनांचल ग्राम नागलसर में 6 वर्षीय बालक की मलेरिया से मृत्यु के बाद स्वास्थ्य विभाग ने त्वरित कदम उठाते हुए 23 जुलाई को विशेष स्वास्थ्य शिविर लगाया।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संजय बसाक ने स्वयं मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। उनके साथ खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. जे.एल. दरियों, जिला मलेरिया अधिकारी एस.एस. टेकाम और नोडल लैब टेक्नोलॉजिस्ट महेंद्र पांडे उपस्थित रहे।
मलेरिया से मासूम की मौत, इलाज के दौरान टूट गई सांसें
6 वर्षीय अमित नाग (पिता गंगूराम) को शनिवार से बुखार था। परिजनों ने पहले गांव के सिरहा को दिखाया, फिर सोमवार को मितानिन द्वारा मलेरिया की पुष्टि हुई। उसी दिन पहली खुराक और मंगलवार को दूसरी खुराक दी गई।
बुधवार की रात हालत बिगड़ने पर 108 एंबुलेंस से डिमरापाल मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, लेकिन पहुंचने से पहले ही बच्चे की मृत्यु हो गई।
सतर्कता अभियान तेज, टीमें हर घर में कर रही जांच
स्वास्थ्य विभाग के सुपरवाइज़र शिव भंडारी ने बताया कि नागलसर की कुल जनसंख्या 503 है, जिसमें से 400 लोग एमएमसी-12 कार्यक्रम के अंतर्गत कवर हो चुके हैं।
बीते दिनों सर्वे के दौरान 6 वर्षीय रमेश और 2 वर्षीय ममता भी मलेरिया से ग्रसित मिले जिन्हें त्वरित इलाज दिया गया।
गांव में तीन मितानिन सक्रिय हैं, जो घर-घर जाकर जांच कर रही हैं। चिरायु टीम ने सभी स्कूल और हॉस्टलों में बच्चों की जांच कर दवा वितरित की।
पड़ोसी गांवों में भी दवाओं का छिड़काव, एक सप्ताह तक शिविर जारी रहेगा
मिलकुलवाड़ा और कोलावाड़ा जैसे गांवों में पूर्व में मलेरिया-रोधी दवाओं का छिड़काव किया जा चुका है।
CMHO ने निर्देश दिए हैं कि आगामी एक सप्ताह तक विशेष शिविर और निगरानी जारी रखी जाए। यह जिम्मेदारी प्रभारी मलेरिया सलाहकार लव नागे, सुपरवाइज़र नरेश मरकाम, ब्लॉक नोडल अधिकारी शरद गुप्ता और हरि सिंह को सौंपी गई है।
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