कर्तव्य विमुख शिक्षकों और भृत्यों पर गिरी गाज: 12 को कारण बताओ नोटिस जगदलपुर, 12 जुलाई 2025/ शैक्षणिक संस्थानों की गुणवत्ता और अ...
जगदलपुर, 12 जुलाई 2025/ शैक्षणिक संस्थानों की गुणवत्ता और अनुशासन में शिथिलता को लेकर बस्तर प्रशासन अब सख्त रुख अपनाए हुए है। कलेक्टर श्री हरिस एस के स्पष्ट निर्देश के बाद, जिला शिक्षा अधिकारी श्री बी.आर. बघेल ने शनिवार को बास्तानार एवं तोकापाल विकासखण्ड के विभिन्न विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला मावलीभाटा में शिक्षकों और कर्मचारियों की अनुपस्थिति ने प्रशासन की भृकुटियाँ तान दीं। विद्यालय के निरीक्षण के समय, सुबह 7:40 बजे, कुल 09 शिक्षक/शिक्षिकाएँ एवं 03 भृत्य अनुपस्थित पाए गए, जिन्हें तत्काल कारण बताओ नोटिस (Show-Cause Notice) जारी किया गया।
इन शिक्षकों और भृत्यों को जारी हुआ नोटिस:
- व्याख्याता (नियमित) - श्री नगेश कुमार दास
- व्याख्याता (एलबी) - श्री लोकेश कुमार नाग
- श्रीमती गेंदकुमारी तिवारी
- कुमारी पूजा ठाकुर
- श्रीमती अंशुमाला मिंज
- शिक्षक (नियमित) - श्री उग्रेश कुमार सोरी
- शिक्षक (एलबी) - श्री राधाकृष्ण ध्रुव
- श्रीमती दुतिका कश्यप
- श्रीमती अनिता ठाकुर
- भृत्य - श्रीमती बुधमनी बघेल, श्रीमती दीपिका सेठिया, सुश्री चन्द्रकला बघेल
नोटिस में चेताया गया है कि शिक्षकों और भृत्यों की अनुपस्थिति सिविल सेवा आचरण अधिनियम 1965 के नियमों के विरुद्ध है और यह अपने कर्तव्यों के प्रति लापरवाही को दर्शाता है।
नोटिस में स्पष्ट किया गया है कि सभी संबंधित कार्मिक तीन दिवस के भीतर व्यक्तिगत रूप से अधोहस्ताक्षरी अधिकारी के समक्ष प्रस्तुत होकर समाधानकारक स्पष्टीकरण दें। समयावधि के भीतर जवाब न देने या असंतोषजनक उत्तर की स्थिति में अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी, जिसकी पूर्ण जिम्मेदारी संबंधित कर्मियों की होगी।
प्रशासन की सख्ती बनी चेतावनी
शिक्षा विभाग की यह सख्ती अब जिलेभर के शैक्षणिक संस्थानों में संदेश दे रही है कि "कर्तव्य से खिलवाड़ नहीं चलेगा।" वर्षों से चली आ रही शिथिल व्यवस्था पर यह कार्रवाई अनुशासन की दिशा में एक ठोस कदम मानी जा रही है।
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