प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्यमंत्री परिषद बैठक में दी सलाह - "अनावश्यक बयानों से करें परहेज" नई दिल्ली/बस्तर: रविवार को राजधानी दि...
प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्यमंत्री परिषद बैठक में दी सलाह - "अनावश्यक बयानों से करें परहेज"
नई दिल्ली/बस्तर: रविवार को राजधानी दिल्ली के एक प्रतिष्ठित होटल में एनडीए के मुख्यमंत्रियों और उपमुख्यमंत्रियों की उच्चस्तरीय बैठक संपन्न हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में नीतिगत मामलों, सुशासन, और संगठनात्मक संतुलन पर चर्चा हुई। बैठक में प्रधानमंत्री ने पार्टी नेताओं को नसीहत दी कि वे "अनावश्यक और भ्रामक बयानों से परहेज करें", ताकि जनमानस में विश्वास बना रहे।
इस बैठक में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने 'बस्तर ओलिंपिक' को सामाजिक पुनरुत्थान का प्रतीक बताते हुए कहा,
> "हमने बंदूक थामे हाथों में अब तीर-कमान, भाला और फुटबॉल थमाया है। बस्तर ओलिंपिक सिर्फ एक आयोजन नहीं, यह बस्तर में नई चेतना और सामाजिक क्रांति की शुरुआत है।"
मुख्यमंत्री साय के इस वक्तव्य ने बैठक में गूंज पैदा कर दी, जहाँ उन्होंने बताया कि कैसे बस्तर के युवाओं को खेलों के ज़रिए मुख्यधारा से जोड़ा गया, और किस तरह सरकार ने वहाँ के पारंपरिक खेलों को मंच देकर एक राष्ट्रीय पहचान दी।
बैठक में विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने भी स्थानीय नवाचारों और विकास योजनाओं को साझा किया। पीएम मोदी ने इन प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि "हर राज्य की उपलब्धि एनडीए की साझा शक्ति है।" उन्होंने सबको अनुशासित वक्तव्य देने, और मीडिया व जनसंवाद में संयम बरतने का आह्वान किया।
मुख्य बिंदु:
पीएम मोदी ने नेताओं से भड़काऊ या अनावश्यक बयानों से बचने को कहा।
सीएम साय ने बस्तर ओलिंपिक को सामाजिक क्रांति का प्रतीक बताया।
एनडीए राज्यों ने विकास योजनाओं और नवाचारों पर चर्चा की।
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