"बस एक मिनट ने छीनी सपनों की उड़ान: यूपीएससी अभ्यर्थियों के लिए वक्त बना सबसे बड़ा इम्तिहान" रायपुर : वक्त की अहमियत क्या होती ...
"बस एक मिनट ने छीनी सपनों की उड़ान: यूपीएससी अभ्यर्थियों के लिए वक्त बना सबसे बड़ा इम्तिहान"
रायपुर : वक्त की अहमियत क्या होती है, यह उस दृश्य से बेहतर कोई नहीं समझा सकता जो आज रायपुर के आर.डी. तिवारी स्कूल के बाहर देखने को मिला। सुबह ठीक 9:31 बजे परीक्षा केंद्र के दरवाजे बंद हो गए — और उनके साथ बंद हो गया दर्जनों अभ्यर्थियों का सालभर का सपना, मेहनत और उम्मीदें।
यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा की समय-सीमा सुबह 9:30 बजे की थी, लेकिन कुछ अभ्यर्थी 1 मिनट की देरी से केंद्र पर पहुंचे। नियमानुसार प्रवेश गेट बंद कर दिया गया। कुछ छात्रों की आंखों में आंसू थे, कुछ स्तब्ध होकर गेट को ताकते रहे।
एक छात्रा ने कहा:
"बस ट्रैफिक में 2 मिनट अटक गई थी। अब एक साल फिर इंतज़ार करना होगा।"
प्रशासन की ओर से साफ़ निर्देश था कि देर से आने वाले को परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं दी जाएगी। कुछ अभ्यर्थियों ने अधिकारियों से विनती की, लेकिन नियम के सामने भावनाएँ भी फीकी पड़ गईं।
यह घटना एक सबक है — कि सिर्फ पढ़ाई नहीं, समय का प्रबंधन भी उतना ही जरूरी है।
वक्त का पहिया कभी रुकता नहीं,
जो समय पर चला, वही मंज़िल को छूता है।
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