केरल, पंजाब और बिहार को पछाड़ते हुए 4135 करोड़ रुपए का राजस्व जमा: रायपुर: अप्रैल 2025 में छत्तीसगढ़ ने वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) संग्रहण...
केरल, पंजाब और बिहार को पछाड़ते हुए 4135 करोड़ रुपए का राजस्व जमा:
रायपुर: अप्रैल 2025 में छत्तीसगढ़ ने वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) संग्रहण में ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए 4135 करोड़ रुपए का राजस्व जुटाया है। इस उपलब्धि के साथ राज्य ने केरल, पंजाब और बिहार जैसे राज्यों को पीछे छोड़ते हुए देश के शीर्ष 15 जीएसटी संग्रह करने वाले राज्यों में अपनी जगह बना ली है।
सिर्फ समग्र जीएसटी ही नहीं, बल्कि केंद्रीय जीएसटी (सीजीएसटी) के तहत भी छत्तीसगढ़ ने इस साल बड़ी छलांग लगाई है। 2024 की तुलना में सीजीएसटी संग्रह में 1349 करोड़ रुपए की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। यह आर्थिक गतिविधियों में तेजी और कर प्रशासन की सख्ती का साफ संकेत है।
राज्य सरकार ने इस उपलब्धि का श्रेय व्यवसायिक पारदर्शिता, कर अनुपालन में सुधार और डिजिटल निगरानी तंत्र को दिया है। अधिकारियों का कहना है कि जीएसटी संग्रह में यह उछाल आने वाले महीनों में भी जारी रह सकता है।
विश्लेषकों की नजर में:
वित्तीय विशेषज्ञों का मानना है कि यह प्रदर्शन छत्तीसगढ़ की आर्थिक सेहत और औद्योगिक विकास का संकेतक है। साथ ही, यह निवेशकों के लिए राज्य की बढ़ती संभावनाओं को भी उजागर करता है।


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