पाकिस्तान के दिल में जश्न और चौकसी साथ-साथ: लाहौर की सड़कों पर फूलों की बारिश, 200 करोड़ का इमरजेंसी फंड जारी: लाहौर/इस्लामाबाद : पाकिस्त...
पाकिस्तान के दिल में जश्न और चौकसी साथ-साथ: लाहौर की सड़कों पर फूलों की बारिश, 200 करोड़ का इमरजेंसी फंड जारी:
लाहौर/इस्लामाबाद : पाकिस्तान की सरज़मीं पर आज भावनाओं का अजीब संगम देखने को मिला। एक तरफ लाहौर की सड़कों पर सेना के टैंकों पर फूलों की बारिश हुई, लोगों ने नारे लगाए – “बुनियान मरसूस जिंदाबाद!” – तो दूसरी ओर देशभर में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया।
भारतीय सीमा से सटे इलाकों में सीजफायर के बाद आम नागरिकों ने राहत की सांस ली, लेकिन पाकिस्तान की हुकूमत ने इसे ‘अस्थायी सुकून’ मानते हुए एम्बेसीज़ और सैन्य ठिकानों की सुरक्षा बढ़ा दी है। पंजाब प्रांत में विशेष सतर्कता के निर्देश जारी हुए हैं।
सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान सरकार ने हालात की गंभीरता को देखते हुए 200 करोड़ रुपए का इमरजेंसी फंड जारी किया है, जो सीमावर्ती इलाकों में राहत, सुरक्षा और लॉजिस्टिक ऑपरेशंस पर खर्च किया जाएगा।
‘ऑपरेशन बुनियान मरसूस’ की कामयाबी पर गर्व:
पाकिस्तानी सेना और मीडिया ने सीजफायर को ‘ऑपरेशन बुनियान मरसूस’ की रणनीतिक जीत बताया। उर्दू अखबारों में आज यह हेडलाइन छाई रही: "हमने जंग नहीं, जज़्बा जीता है।" आम लोगों ने भी इस अभियान को समर्थन दिया और इसे एक ‘मानसिक और कूटनीतिक जीत’ बताया।
जश्न के पीछे की चिंता:
हालांकि, सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि हालात अभी भी संवेदनशील हैं। पाकिस्तान के गृह मंत्रालय ने अलर्ट जारी करते हुए कहा है कि “सीजफायर का मतलब शांति नहीं, बल्कि सतर्कता है।”
विशेष रूप से भारत-पाक तनाव के बीच पंजाब और सिंध में सभी विदेशी दूतावासों को अतिरिक्त सुरक्षा दी गई है।
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