बीजापुर में नक्सली आतंक की वापसी: कांग्रेस कार्यकर्ता की कुल्हाड़ी से निर्मम हत्या, बड़े भाई की भी हो चुकी है नृशंस हत्या: बीजापुर (छत्तीस...
बीजापुर में नक्सली आतंक की वापसी: कांग्रेस कार्यकर्ता की कुल्हाड़ी से निर्मम हत्या, बड़े भाई की भी हो चुकी है नृशंस हत्या:
बीजापुर (छत्तीसगढ़): बीजापुर जिले में एक बार फिर नक्सलियों ने खूनी खेल खेलते हुए राजनीतिक आतंक का संदेश दे डाला। रविवार देर रात अज्ञात माओवादियों ने कांग्रेस कार्यकर्ता नागा भंडारी की धारदार कुल्हाड़ी से ताबड़तोड़ वार कर नृशंस हत्या कर दी। मृतक के बड़े भाई की हत्या भी नक्सली पहले कर चुके हैं। इस दोहराव ने पूरे क्षेत्र को गहरे डर और गुस्से में झोंक दिया है।
घटना बीजापुर के उसूर थाना क्षेत्र की है। जानकारी के मुताबिक नागा भंडारी, जो मारूडबाका सोसायटी के संचालक भी थे, सामाजिक कार्यक्रम के सिलसिले में लिंगापुर गए थे। रात करीब 11:30 बजे, नक्सलियों ने उन्हें घेर कर बेरहमी से कुल्हाड़ी से काट डाला। स्थानीय ग्रामीणों ने तुरंत पुलिस को सूचित किया, जिसके बाद शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
सिर्फ नागा नहीं, पहले भी नक्सलियों का शिकार बना है उनका परिवार:
यह पहली बार नहीं है जब भंडारी परिवार को नक्सल हिंसा का सामना करना पड़ा हो। 24 अक्टूबर 2024 को, नागा भंडारी के बड़े भाई तिरुपति भंडारी की भी नक्सलियों ने दिनदहाड़े हत्या कर दी थी। यह घटनाएं स्पष्ट करती हैं कि नक्सली सुनियोजित तरीके से राजनीतिक कार्यकर्ताओं को निशाना बना रहे हैं।
केंद्रीय गृहमंत्री का संकल्प और बढ़ती कार्रवाई:
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने घोषणा की थी कि मार्च 2026 तक नक्सलवाद का पूरी तरह से खात्मा किया जाएगा। इस घोषणा के बाद से सुरक्षाबलों की कार्रवाई में तीव्रता आई है। हाल ही में बीजापुर-तेलंगाना बॉर्डर पर स्थित कर्रेगुट्टा की पहाड़ियों में एक बड़ी मुठभेड़ में 26 नक्सली ढेर किए गए थे। हालांकि, भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के चलते उस ऑपरेशन को अस्थायी रूप से रोका गया था।
कोई टिप्पणी नहीं