126 दिनों के संघर्ष का मिला फल, समायोजन फैसले पर जताया संतोष: रायपुर, सोमवार: राजधानी रायपुर की सड़कों पर आज एक अलग ही दृश्य देखने को मिला...
126 दिनों के संघर्ष का मिला फल, समायोजन फैसले पर जताया संतोष:
रायपुर, सोमवार: राजधानी रायपुर की सड़कों पर आज एक अलग ही दृश्य देखने को मिला, जब बड़ी संख्या में बी.एड. प्रशिक्षित सहायक शिक्षक हाथों में तख्तियां लिए, चेहरों पर संतोष और आंखों में जीत की चमक लिए ‘आभार रैली’ में शामिल हुए। यह रैली हाल ही में छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा बर्खास्त किए गए बी.एड. सहायक शिक्षकों को "सहायक शिक्षक (प्रयोगशाला विज्ञान)" के रूप में समायोजित करने के निर्णय के समर्थन में निकाली गई।
यह फैसला उन सैकड़ों शिक्षकों के लिए बड़ी राहत बनकर आया है, जो बीते 126 दिनों से आंदोलनरत थे। राजधानी के धरना स्थल से शुरू हुई यह रैली, शांति और गरिमा के साथ आयोजित की गई, जिसमें शिक्षकों ने सरकार के प्रति आभार जताते हुए कहा, "हमारे संघर्ष की सुनवाई हुई है।"
शिक्षकों की भावनाएं झलकीं:
रैली में भाग ले रहे एक शिक्षक ने कहा, “हमने 126 दिन तक धूप, बारिश और अनिश्चितता के बीच अपनी आवाज उठाई। आज हमें लग रहा है कि हमारी मेहनत सफल हुई।” वहीं, एक महिला शिक्षिका ने कहा, “यह केवल हमारी नौकरी की बात नहीं थी, यह हमारे आत्मसम्मान और भविष्य की बात थी।”
सरकार के निर्णय पर संतोष:
बी.एड. प्रशिक्षित सहायक शिक्षकों का कहना है कि समायोजन का यह निर्णय सिर्फ नौकरी नहीं, बल्कि उनके पेशेवर भविष्य को स्थिरता देने वाला कदम है। सरकार ने उन्हें ‘सहायक शिक्षक (प्रयोगशाला विज्ञान)’ के रूप में पुनः नियुक्त कर जो राहत दी है, वह लंबे समय तक याद रखी जाएगी।
आगे की राह:
शिक्षकों ने यह भी कहा कि अब उनका पूरा ध्यान गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने और बच्चों के भविष्य को सँवारने पर होगा। उन्होंने शासन से अपील की कि भविष्य में ऐसी परिस्थितियां ना उत्पन्न हों, जिससे शिक्षक समुदाय को फिर से संघर्ष का रास्ता अपनाना पड़े।
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