दो दिन में बदला मध्यप्रदेश का नेतृत्व: मोतीलाल बने मुख्यमंत्री: रायपुर: 12 मार्च 1985 मध्यप्रदेश की राजनीति में मार्च 1985 में एक अप्रत्...
दो दिन में बदला मध्यप्रदेश का नेतृत्व: मोतीलाल बने मुख्यमंत्री:
रायपुर: 12 मार्च 1985 मध्यप्रदेश की राजनीति में मार्च 1985 में एक अप्रत्याशित घटनाक्रम देखने को मिला। 10 मार्च को अर्जुन सिंह ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली, लेकिन महज दो दिन बाद, 12 मार्च को उन्हें पंजाब का राज्यपाल नियुक्त कर दिया गया। इस अचानक हुए बदलाव ने प्रदेश की राजनीति को हैरानी में डाल दिया।
प्रदेश कांग्रेस के नेतृत्व ने बिना समय गंवाए नया नाम आगे बढ़ाया, और मोतीलाल वोरा को मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी सौंपी गई। इस घटनाक्रम ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी, क्योंकि किसी भी मुख्यमंत्री का कार्यकाल इतने कम समय में समाप्त होने का यह दुर्लभ उदाहरण था।
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, केंद्र की तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने पंजाब की स्थिति को देखते हुए अर्जुन सिंह को वहां भेजने का निर्णय लिया। वहीं, मोतीलाल वोरा को प्रदेश की कमान सौंपकर संगठन में संतुलन साधने की कोशिश की गई।
इस अप्रत्याशित बदलाव ने प्रदेश की राजनीति में हलचल मचा दी और कांग्रेस नेतृत्व की रणनीति को लेकर कई अटकलें लगाई जाने लगीं।
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