जगदलपुर : सिन्धी समाज के हर त्योहार की शुरुआत वरुण देवता इष्टदेव साईं झूलेलाल की अराधना स्तुति से की जाती हैं. सिंधु संस्कृति को याद करते...
जगदलपुर : सिन्धी समाज के हर त्योहार की शुरुआत वरुण देवता इष्टदेव साईं झूलेलाल की अराधना स्तुति से की जाती हैं. सिंधु संस्कृति को याद करते हुए, उसे संरक्षित रखने के उद्देश्य से ही समूचे विश्वास में फैले सिन्धी समाज ने 1 जनवरी को विश्व बहराणा दिवस मानते आ रहा.
श्री गुरु संगत गुरुद्वारा कमेटी के अध्यक्ष सुंदर भोजवानी ने बताया सिन्धी समाज की भावी पीढ़ी को सिन्धी भाषा, बोली, संस्कृति, सभ्यता का ज्ञान प्राप्त हो इसी मकसद से यह विश्व सिंधु बहराणा साहिब दिवस का आयोजन गत वर्ष से शुरू किया गया हैं.
श्री गुरु संगत गुरुद्वारा कमेटी के सचिव संतोष बसरानी ने जानकारी दी विश्व सिंधु बहराणा साहिब दिवस की शोभायात्रा के साथ छेज डांडिया नृत्य भी करेंगे, विश्व बहराणा साहिब की शोभायात्रा सिन्धी गुरुद्वारा से निकल कर झूलेलाल मार्ग होते हुवे मैन रोड, गोल बाजार, सिरहासार चौक, बलिराम कश्यप चौक होते हुवे महादेव घाट पहुंचेंगे, जहां पल्लव, अरदास, पश्चात ज्योत का विसर्जन किया जाएगा.
सिन्धी पंचायत के सचिव हरेश नागवानी ने जारी विज्ञप्ति में बताया इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में गुरुद्वारा कमेटी, सिन्धी पंचायत, नवयुवक मंडल, सुहिणी सोच, भारतीय सिंधु सभा, सेवा समर्पण, जय झूलेलाल टीम के समस्त पदाधिकारी के साथ सभी सिन्धी समाज सदस्यों की उपस्तिथि रहेगी.
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