रायपुर : छत्तीसगढ़ की सियासत में बड़ा बदलाव होने जा रहा है। मुख्यमंत्री साय की अगुवाई वाली सरकार ने संकेत दिए हैं कि नगरीय निकाय चुनाव से प...
रायपुर : छत्तीसगढ़ की सियासत में बड़ा बदलाव होने जा रहा है। मुख्यमंत्री साय की अगुवाई वाली सरकार ने संकेत दिए हैं कि नगरीय निकाय चुनाव से पहले नए मंत्रियों के नाम पर मुहर लगाई जाएगी। सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री साय दिल्ली दौरे पर वरिष्ठ नेताओं से चर्चा कर जल्द ही इस फैसले को अंतिम रूप देंगे।
• कौन होंगे नए चेहरे?
इस बार मंत्रिमंडल विस्तार में कई बड़े नाम चर्चा में हैं। पार्टी ने संकेत दिए हैं कि कुछ सीनियर नेताओं और नए चेहरों को शामिल कर संतुलन बनाया जाएगा। अमर अग्रवाल और अजय चंद्राकर जैसे अनुभवी नेताओं के नाम कैबिनेट में शामिल होने की रेस में सबसे आगे हैं। इसके साथ ही प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंहदेव और दुर्ग शहर के युवा विधायक गजेंद्र यादव का नाम भी संभावित सूची में शामिल है।
• हरियाणा फॉर्मूला अपनाएगी सरकार :
राज्य सरकार ने हरियाणा मॉडल का अनुसरण करते हुए मंत्रिमंडल में सीटों का बंटवारा करने का निर्णय लिया है। भारतीय संविधान के अनुसार, किसी भी राज्य में मंत्रियों की संख्या विधानसभा सदस्यों की कुल संख्या का 15% से अधिक नहीं हो सकती। छत्तीसगढ़ की 90 सीटों के आधार पर यह संख्या 13.5 होती है। हालांकि, सरकार तीन नए चेहरों को शामिल कर मंत्रियों की संख्या 14 करने की योजना बना रही है।
• नगरीय निकाय चुनाव पर प्रभाव :
विश्लेषकों का मानना है कि मंत्रिमंडल में बदलाव से पार्टी को आगामी नगरीय निकाय चुनाव में लाभ मिल सकता है। नए चेहरों और अनुभवी नेताओं का संतुलन पार्टी के लिए सकारात्मक परिणाम ला सकता है।
राजनीतिक हलकों में इस फैसले को लेकर काफ़ी चर्चा है। माना जा रहा है कि यह विस्तार राज्य की सियासी दिशा और पार्टी के आगामी चुनावी प्रदर्शन के लिए निर्णायक साबित होगा। मुख्यमंत्री साय की दिल्ली यात्रा के बाद नए मंत्रियों की घोषणा की संभावना है, जिससे राज्य की सियासत में नई हलचल देखने को मिलेगी।
छत्तीसगढ़ में इस अभूतपूर्व फैसले के बाद यह देखना दिलचस्प होगा कि राजनीतिक समीकरण कैसे बदलते हैं और जनता इस पर कैसी प्रतिक्रिया देती है।
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