जगदलपुर, 21 जून | विशेष संवाददाता वन विभाग ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि वह बस्तर की हरियाली पर टेढ़ी नजर रखने वालों को बख्शने क...
जगदलपुर, 21 जून | विशेष संवाददाता
वन विभाग ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि वह बस्तर की हरियाली पर टेढ़ी नजर रखने वालों को बख्शने के मूड में नहीं है। माचकोट वन परिक्षेत्र अंतर्गत ग्राम कुकानार (सुकमा) से आए 26 अतिक्रमणकारियों को वनभूमि में अवैध रूप से कटाई-सफाई करते पकड़ा गया और न्यायालय के आदेश पर सभी को केंद्रीय जेल जगदलपुर भेजा गया।
वन भूमि पर खेती के लिए चल रही थी अवैध कटाई
19 जून की शाम लगभग 4 बजे की बात है, जब माचकोट वन परिक्षेत्र में गश्त कर रही टीम ने पाया कि हेमंत मरकाम समेत 25 अन्य लोग जंगल में पेड़ों की कटाई कर भूमि साफ कर रहे थे। पूछताछ में उन्होंने स्वीकार किया कि वे खेती के उद्देश्य से वन भूमि पर अतिक्रमण करने आए थे।
वन अधिनियम और लोक संपत्ति क्षति अधिनियम के तहत मामला दर्ज
मुख्य वन संरक्षक आर.सी. दुग्गा और वनमंडलाधिकारी उत्तम कुमार गुप्ता के निर्देशन में कार्रवाई करते हुए उप वनमंडलाधिकारी देवलाल दुग्गा एवं परिक्षेत्र अधिकारी सूर्यप्रकाश ध्रुव के नेतृत्व में आरोपियों को धनपुंजी लाया गया।
पूछताछ के उपरांत सभी 26 व्यक्तियों के विरुद्ध भारतीय वन अधिनियम 1927 और लोक संपत्ति क्षति निवारण अधिनियम 1984 की सुसंगत धाराओं के तहत मामला दर्ज कर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, बस्तर के समक्ष प्रस्तुत किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया।
वन पंचायतों को भी भेजे गए दिशा-निर्देश
वनमंडलाधिकारी उत्तम कुमार गुप्ता ने बताया कि सभी ग्राम पंचायतों एवं ग्राम सभाओं को पत्र भेजकर प्रस्ताव पारित करने को कहा गया है ताकि अवैध कटाई व अतिक्रमण को रोका जा सके। कोटवारों के माध्यम से गांवों में मुनादी भी करवाई जा रही है।
ग्रामीणों को कर रहे जागरूक, ट्रैक्टर चालकों को चेतावनी
उप वनमंडलाधिकारी देवलाल दुग्गा ने बताया कि वन क्षेत्र में ट्रैक्टर से जुताई करने वालों को चेताया गया है कि यदि वे पकड़े गए तो उनके वाहन जप्त कर राजसात किए जाएंगे।
टीम के ये सदस्य रहे शामिल
इस कार्रवाई में वनपाल बुधसन राम बघेल, लच्छुराम मरकाम, घुनुराम मरकाम, धीरज सिंह ठाकुर, वनरक्षक अरविंद कोर्राम, सुकुलधर बघेल, बामन पोयाम, जयदीप सिंह, प्रमोद नेताम, राजाराम कश्यप, रमेश बघेल, मोहन भारती, सुनील कुमार बघेल समेत कई सुरक्षाकर्मियों का योगदान रहा।
वन विभाग की यह कार्रवाई आने वाले समय में अतिक्रमणकारियों के लिए स्पष्ट संदेश है—"जंगल की तरफ देखा तो जेल की सलाखों से झांकना पड़ेगा।"
📰 भरोसेमंद खबरें, विश्लेषण और ज़मीनी हकीकत — अब बस एक क्लिक दूर!
👉 हमारे WhatsApp चैनल से जुड़ें और ताज़ा अपडेट सबसे पहले पाएं:
कोई टिप्पणी नहीं