राज्यपाल के हाथों सम्मानित हुए डॉ संजय बसाक: बस्तर माटी के सपूत की चिकित्सा क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धियाँ रायपुर/बस्तर, 28 जून 2...
रायपुर/बस्तर, 28 जून 2025 — बस्तर की धरती, जो सांस्कृतिक विरासत और सेवा की मिसाल रही है, एक बार फिर गौरवान्वित हुई जब छत्तीसगढ़ के महामहिम राज्यपाल श्री रामेन डेका ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, डॉ संजय बसाक को उनकी उल्लेखनीय सेवाओं के लिए सम्मानित किया।
यह सम्मान 28 जून 2025 को रायपुर में एक गरिमामयी समारोह के दौरान प्रदान किया गया। यह न केवल एक चिकित्सक की साधना का सम्मान था, बल्कि आदिवासी अंचल की चुनौतियों में जनस्वास्थ्य सेवा की ध्वजा फहराने वाले समर्पित अधिकारी की परिश्रम गाथा का सम्मान भी था।
जनसेवा की मिसाल: बस्तर संभाग के लिए
डॉ संजय बसाक ने बस्तर, सुकमा, नारायणपुर, कोंडागांव, कांकेर और दंतेवाड़ा जैसे नक्सल प्रभावित और स्वास्थ्य सेवा की दृष्टि से पिछड़े क्षेत्रों में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के रूप में कार्य किया। वर्तमान में वे बस्तर जिले में पदस्थ हैं।
उनके नेतृत्व में कोंडागांव जिला अस्पताल को “कायाकल्प पुरस्कार” से नवाजा गया। साथ ही, हमर लैब जैसी अभिनव योजना की शुरुआत कर उन्होंने ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं में तकनीकी मजबूती प्रदान की।
मलेरिया से युद्ध: दरभा से लोहंडीगुड़ा तक
जब वे जिला मलेरिया अधिकारी के रूप में कार्यरत थे, तब उन्होंने दरभा, लोहंडीगुड़ा जैसे क्षेत्रों में विशेष स्वास्थ्य अभियानों का संचालन किया। परिणामस्वरूप मलेरिया के प्रकरणों में उल्लेखनीय कमी आई। इसी तरह नारायणपुर जैसे अति संवेदनशील क्षेत्रों में उन्होंने महामारी नियंत्रण और मलेरिया उन्मूलन में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया।
पूर्व में भी हुए सम्मानित
यह पहला अवसर नहीं है जब डॉ संजय बसाक को उनके कार्यों के लिए सराहा गया हो। विभिन्न सरकारी एवं गैर-सरकारी संस्थानों ने उन्हें पूर्व में भी सामाजिक स्वास्थ्य सेवा में उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया है।
यह सम्मान न केवल उनके लिए, बल्कि छत्तीसगढ़ राज्य की जनस्वास्थ्य प्रणाली के लिए भी प्रेरणादायक क्षण है।
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