जगदलपुर : बस्तर पुलिस ने सायबर अपराध की दुनिया में हलचल मचा दी है। देशभर में बैंक खातों के जरिए धोखाधड़ी करने वाले एक अंतरराज्यीय गैंग के ती...
जगदलपुर : बस्तर पुलिस ने सायबर अपराध की दुनिया में हलचल मचा दी है। देशभर में बैंक खातों के जरिए धोखाधड़ी करने वाले एक अंतरराज्यीय गैंग के तीन शातिर अपराधियों को मुंबई और जामताड़ा (झारखंड) से गिरफ्तार किया गया है। इस गैंग ने फर्जी ईमेल, एपीके फाइल्स और ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के जरिए देश के विभिन्न हिस्सों में करीब 1.15 करोड़ रुपये की ठगी को अंजाम दिया था।
पुलिस की सायबर सेल की तकनीकी जांच और सतर्कता के चलते इस संगठित सायबर गिरोह का पर्दाफाश हुआ। गिरफ़्त में आए मुख्य आरोपी अब्दुल मजीद, कार्तिकेय राय उर्फ सत्यम और संतोष कुमार से भारी मात्रा में डिजिटल डिवाइसेज़, बैंक दस्तावेज़, और नकदी जब्त की गई।
• अपराध का खुलासा ऐसे हुआ :
प्रकरण की शुरुआत उस समय हुई जब अमलेश कुमार, निवासी जगदलपुर, ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि उनके नाम से 7.33 लाख रुपये का फर्जी लोन लेकर रकम अन्य खातों में ट्रांसफर कर दी गई। जांच के दौरान सामने आया कि उनकी ईमेल आईडी हैक कर बैंक खाते से संबंधित जानकारियों का दुरुपयोग किया गया।
थाना बोधघाट में आईटी एक्ट और बीएनएस की धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की गई और पुलिस अधीक्षक श्री शलभ कुमार सिन्हा के निर्देशन में एक विशेष टीम गठित की गई।
• हाई-प्रोफाइल गिरफ्तारियाँ :
अब्दुल मजीद (45), झारखंड का निवासी, पहले भी डकैती और सायबर फ्रॉड के मामलों में गिरफ्तार हो चुका है।
कार्तिकेय राय उर्फ सत्यम (20) और संतोष कुमार (41), दोनों आजमगढ़ (उ.प्र.) के निवासी हैं और मुंबई के अलग-अलग हिस्सों में रहकर अपराध को अंजाम दे रहे थे।
पुलिस जांच में पाया गया कि आरोपियों ने देशभर में 150 से अधिक फर्जी बैंक खाते खुलवाए थे, जिनका इस्तेमाल सायबर अपराध में किया गया। ये खाते मुख्यतः आजमगढ़, उत्तर प्रदेश में खोले गए थे। आरोपी हवाई यात्रा कर अलग-अलग शहरों में जाकर खाता खोलते और रकम निकालते थे।
• पुलिस ने आरोपियों के पास से जब्त किए :
7 मोबाइल फोन, 5 सिम कार्ड
14 एटीएम/डेबिट/क्रेडिट कार्ड
2 पैन कार्ड, 4 आधार कार्ड
8 चेकबुक, 3 पासबुक
₹26,800 नगद
बायोमेट्रिक फिंगरप्रिंट स्कैनर और एटीएम स्वाइप मशीन
देशभर से आईं शिकायतें
तीनों आरोपियों के खातों में दिल्ली, महाराष्ट्र, बिहार, गुजरात, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, पंजाब, पश्चिम बंगाल, हरियाणा सहित 12 राज्यों से कुल 46 शिकायतें सामने आई हैं। इनके खातों से अलग-अलग राज्यों के लोगों के लाखों रुपये की ट्रांजेक्शन रिकॉर्ड की गई।
इस ऑपरेशन में शामिल प्रमुख अधिकारी
इस जटिल ऑपरेशन को सफल बनाने में निरीक्षक गौरव तिवारी, शिवानंद सिंह, दिलबाग सिंह, सउनि अजीत सिंह सहित सायबर सेल के तकनीकी और फील्ड टीम का अहम योगदान रहा।
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