बोधघाट परियोजना को नई ऊर्जा: पीएम मोदी से चर्चा के बाद उम्मीदों को मिला बल: रायपुर : छत्तीसगढ़ की महत्वाकांक्षी बोधघाट सिंचाई परियोजना एक...
बोधघाट परियोजना को नई ऊर्जा: पीएम मोदी से चर्चा के बाद उम्मीदों को मिला बल:
रायपुर : छत्तीसगढ़ की महत्वाकांक्षी बोधघाट सिंचाई परियोजना एक बार फिर सुर्खियों में है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के हालिया दिल्ली दौरे में इस ऐतिहासिक योजना को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गंभीर चर्चा हुई। सीएम साय ने बताया कि प्रधानमंत्री के साथ हुई इस मुलाक़ात में न केवल बोधघाट परियोजना बल्कि रिवर इंटर-लिंकिंग योजना पर भी विस्तार से चर्चा की गई।
मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि बोधघाट परियोजना के पूर्ण होने पर करीब 4 लाख हेक्टेयर भूमि सिंचित होगी, जिससे छत्तीसगढ़ के कृषि परिदृश्य में बड़ा बदलाव आएगा। साथ ही, रिवर इंटर-लिंकिंग योजना के ज़रिए अतिरिक्त 3 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई की व्यवस्था संभव हो सकेगी।
सीएम साय ने प्रधानमंत्री को छत्तीसगढ़ की बदलती तस्वीर से अवगत कराते हुए बताया कि राज्य अब नक्सलवाद के खिलाफ मजबूती से खड़ा है और विकास की ओर तेज़ी से अग्रसर है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने राज्य सरकार के प्रयासों की सराहना की और केंद्र से भरपूर सहयोग का आश्वासन भी दिया।
खरीफ सीजन से पहले DAP खाद की कमी पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह केवल छत्तीसगढ़ की नहीं, बल्कि एक अंतरराष्ट्रीय समस्या है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि राज्य सरकार किसानों को विकल्प उपलब्ध कराकर इस चुनौती का समाधान निकालेगी।
जाति जनगणना पर कांग्रेस के बयान को लेकर सीएम साय ने तीखा प्रहार करते हुए कहा, "कांग्रेस वर्षों से सिर्फ़ जनगणना की बातें करती रही, लेकिन कभी भी इसे पूरा करने की हिम्मत नहीं जुटा पाई। हमारी सरकार ने ना सिर्फ़ घोषणा की है, बल्कि हम इसे ज़मीन पर भी उतारेंगे।"
छत्तीसगढ़ के विकास की दिशा में यह मुलाकात एक सशक्त संकेत मानी जा रही है, जिससे आने वाले समय में राज्य की कृषि, जल संसाधन और सामाजिक संरचना में व्यापक सुधार की उम्मीद की जा रही है।


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