चितालंका मैदान बना खेल और उत्साह का संगम दंतेवाड़ा : वीरता और स्मृति के प्रतीक, वीर गुंडाधुर की अमर गाथा को खेल के माध्यम से जीवंत करते हुए...
चितालंका मैदान बना खेल और उत्साह का संगम
दंतेवाड़ा : वीरता और स्मृति के प्रतीक, वीर गुंडाधुर की अमर गाथा को खेल के माध्यम से जीवंत करते हुए दंतेवाड़ा जिले के चितालंका मैदान में वीर गुंडाधुर स्मृति टेनिस बॉल क्रिकेट टूर्नामेंट का भव्य आयोजन किया गया। इस ऐतिहासिक आयोजन का शुभारंभ क्षेत्रीय विधायक चैतराम अटामी के कर-कमलों से हुआ।
इस अवसर पर विशेष रूप से उपस्थित रहे कलेक्टर कुणाल दुधावत, भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारी, कार्यकर्ता तथा अनेक जनप्रतिनिधियों ने भी इस आयोजन की गरिमा को बढ़ाया। पूरा मैदान युवाओं की जोशीली हुंकार और खेल भावना से ओतप्रोत था। स्थानीय जनसमूह, ग्रामीणजन और खिलाड़ियों में इस आयोजन को लेकर विशेष उत्साह देखा गया।
विधायक चैतराम अटामी ने अपने उद्बोधन में कहा :
> “वीर गुंडाधुर केवल एक योद्धा नहीं, अपितु आदिवासी अस्मिता और स्वाभिमान के प्रतीक हैं। यह प्रतियोगिता केवल खेल नहीं, बल्कि हमारी सांस्कृतिक विरासत का उत्सव है।”
कलेक्टर कुणाल दुधावत ने भी युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि खेल, अनुशासन और समर्पण का प्रतीक है, और ऐसे आयोजनों से युवा ऊर्जा को सकारात्मक दिशा मिलती है।
टूर्नामेंट में भाग लेने के लिए क्षेत्र की दर्जनों टीमों ने नाम दर्ज कराया है, और पहले ही दिन से मुकाबलों में रोमांच की झलक दिखने लगी है। आयोजन समिति ने बेहतरीन व्यवस्था करते हुए खिलाड़ियों व दर्शकों की हर आवश्यकता का ध्यान रखा है।
चितालंका का यह आयोजन न केवल खेल का, बल्कि स्मृति, सम्मान और समाजिक एकता का भी उत्सव बन गया है।
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