बिलासपुर की तपती सड़कों पर उठी जनता की पुकार: बर्तन लेकर उतरे महिलाएं-बच्चे, पानी-बिजली की किल्लत पर फूटा आक्रोश बिलासपुर : शहर में भीषण ग...
बिलासपुर की तपती सड़कों पर उठी जनता की पुकार: बर्तन लेकर उतरे महिलाएं-बच्चे, पानी-बिजली की किल्लत पर फूटा आक्रोश
बिलासपुर : शहर में भीषण गर्मी ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। पारा लगातार चढ़ता जा रहा है, लेकिन बिजली और पानी जैसी बुनियादी सुविधाओं के अभाव ने हालात को और विकट बना दिया है। इन तकलीफों से तंग आकर सोमवार को शहर की महिलाएं और बच्चे अपने घरों के बर्तन लेकर सड़क पर उतर आए और चक्काजाम कर प्रशासन के खिलाफ जोरदार विरोध जताया।
कई कॉलोनियों में पिछले तीन दिनों से पीने का पानी नहीं पहुंचा है। टंकियां सूखी पड़ी हैं और बिजली की अनियमित कटौती ने हालात और खराब कर दिए हैं। तपती दोपहरी में भी महिलाएं अपने छोटे बच्चों के साथ सड़क पर बैठीं रहीं, उनके हाथों में खाली बाल्टियां, घड़े और मटके थे — ये प्रतीक थे उस सूखे सिस्टम के जो जनता की प्यास बुझाने में नाकाम रहा।
"तीन दिन से नल सूखा पड़ा है। टैंकर की कोई व्यवस्था नहीं। छोटे बच्चों को कैसे पानी पिलाएं?" — एक स्थानीय महिला ने रोते हुए कहा।
जनता के सब्र का बांध टूटा:
प्रदर्शनकारी महिलाओं का कहना था कि उन्होंने बार-बार शिकायत की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। स्थानीय प्रशासन और नगर निगम पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए उन्होंने चेतावनी दी कि अगर जल्द समाधान नहीं हुआ, तो यह आंदोलन और उग्र रूप लेगा।
प्रशासन का जवाब:
प्रदर्शन की सूचना मिलने पर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने लोगों को आश्वासन दिया कि जलापूर्ति को सुचारू बनाने के लिए टैंकरों की व्यवस्था की जा रही है और तकनीकी समस्याओं को दूर किया जाएगा।
इस प्रदर्शन ने न केवल पानी-बिजली की समस्या को उजागर किया, बल्कि एक गहरी चिंता को भी सामने रखा — क्या हमारी व्यवस्था गर्मी की चुनौती से लड़ने को तैयार है?
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