महाराणा प्रताप की 485वीं जयंती पर कोंडागांव में गूंजे देशभक्ति के नारे, युवाओं ने सीखी वीरता और बलिदान की मिसाल: कोंडागांव : महाराणा प्रताप...
महाराणा प्रताप की 485वीं जयंती पर कोंडागांव में गूंजे देशभक्ति के नारे, युवाओं ने सीखी वीरता और बलिदान की मिसाल:
कोंडागांव : महाराणा प्रताप की 485वीं जयंती के अवसर पर शनिवार को अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद द्वारा एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। समारोह की शुरुआत महाराणा प्रताप के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन के साथ हुई, जिसके पश्चात पूरा परिसर 'महाराणा प्रताप अमर रहें' और 'भारत माता की जय' जैसे गगनभेदी नारों से गूंज उठा।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में पूर्व सैनिकों, युवाओं और गणमान्य नागरिकों ने हिस्सा लिया। पूर्व सैनिकों ने युवाओं को संबोधित करते हुए महाराणा प्रताप के जीवन से प्रेरणा लेने का आह्वान किया। उन्होंने बताया कि किस तरह कठिन परिस्थितियों में भी महाराणा प्रताप ने अपने स्वाभिमान और मातृभूमि के लिए संघर्ष किया और कभी भी मुगलों के सामने झुके नहीं।
इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि देश के प्रति प्रेम, बलिदान और निष्ठा की भावना हर युवा में होनी चाहिए। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे इतिहास से सीख लें और देश की सेवा में योगदान दें, चाहे वह सेना के माध्यम से हो या समाजसेवा के जरिए।
कार्यक्रम में देशभक्ति गीतों की प्रस्तुति ने माहौल को भावुक बना दिया। साथ ही, महाराणा प्रताप के जीवन पर आधारित एक लघु नाटिका का मंचन भी किया गया, जिसने उपस्थित लोगों को वीरता की सजीव अनुभूति कराई।
समारोह के अंत में सभी प्रतिभागियों ने राष्ट्रगान गाकर कार्यक्रम को विराम दिया। यह आयोजन न सिर्फ ऐतिहासिक स्मृति को जीवंत करने का माध्यम बना, बल्कि युवाओं को प्रेरित करने वाला एक उदाहरण भी बन गया।
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