ग्राम्सी के विचारों पर संगोष्ठी का आयोजन, जगदलपुर बना बौद्धिक संवाद का केंद्र: जगदलपुर, बस्तर : जगदलपुर में शनिवार को प्रसिद्ध इतालवी चिं...
ग्राम्सी के विचारों पर संगोष्ठी का आयोजन, जगदलपुर बना बौद्धिक संवाद का केंद्र:
जगदलपुर, बस्तर : जगदलपुर में शनिवार को प्रसिद्ध इतालवी चिंतक एंटोनियो ग्राम्सी के विचारों पर एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। स्थानीय विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित इस संगोष्ठी में देशभर के शिक्षाविदों, शोधार्थियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।
कार्यक्रम का उद्देश्य ग्राम्सी के वैचारिक योगदान, विशेषकर "हेजेमनी", "सांस्कृतिक वर्चस्व" और "नैतिक नेतृत्व" जैसे सिद्धांतों को समकालीन भारत के सामाजिक-राजनीतिक परिप्रेक्ष्य में समझना और उस पर चर्चा करना था।
मुख्य वक्ता प्रो. (नाम), जो सामाजिक दर्शन के प्रख्यात विद्वान हैं, ने अपने वक्तव्य में कहा, "ग्राम्सी की सोच आज के समय में और भी प्रासंगिक हो गई है। सत्ता की संरचनाएं अब केवल राजनीतिक नहीं, बल्कि सांस्कृतिक माध्यमों से भी जनता को प्रभावित कर रही हैं।"
संगोष्ठी में स्थानीय छात्रों ने भी ग्राम्सी के विचारों पर आधारित पोस्टर प्रदर्शनी और नाटक प्रस्तुत किए, जिससे संवाद को जीवंतता मिली।
इस आयोजन ने न केवल अकादमिक संवाद को बढ़ावा दिया, बल्कि ग्राम्सी जैसे विचारकों को आम जनता के बीच लाने का प्रयास भी किया।
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