चिमनी से निकलेगी हरियाली: बीएसपी ने शुरू किया एथेनॉल प्रोजेक्ट, हर साल बचेगा 2.30 लाख टन कार्बन: भिलाई : स्टील प्लांट (BSP) ने एक बड़ी पर...
चिमनी से निकलेगी हरियाली: बीएसपी ने शुरू किया एथेनॉल प्रोजेक्ट, हर साल बचेगा 2.30 लाख टन कार्बन:
भिलाई : स्टील प्लांट (BSP) ने एक बड़ी पर्यावरणीय पहल की शुरुआत की है। अब स्टील प्लांट की चिमनी से निकलने वाली गैसें सिर्फ धुआं नहीं, बल्कि ईंधन बनेंगी। बीएसपी ने इन गैसों से एथेनॉल बनाने की तकनीक पर ट्रायल शुरू कर दिया है। अगर यह सफल रहा, तो हर साल लगभग 2.30 लाख टन कार्बन उत्सर्जन में कटौती होगी।
स्टील उत्पादन की प्रक्रिया में भारी मात्रा में कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) उत्सर्जित होती है। यह एक वैश्विक चिंता का विषय है। दुनिया की प्रमुख स्टील कंपनियां इस चुनौती से निपटने के लिए हर स्तर पर काम कर रही हैं। यूरोप की स्टील कंपनी रुक्की इस दिशा में अग्रणी है, जो हर 1 टन स्टील बनाने में महज 1.8 से 2.3 टन CO2 उत्सर्जित करती है — जो वैश्विक स्तर पर सबसे कम है।
बीएसपी की नई पहल से भारत इस दौड़ में अपनी जगह मजबूत कर सकता है। एथेनॉल का इस्तेमाल न केवल ईंधन के रूप में होगा, बल्कि यह भारत की ऊर्जा जरूरतों को भी हरित दिशा में मोड़ने में मदद करेगा। यह प्रोजेक्ट सफल होता है, तो यह देश के बाकी औद्योगिक क्षेत्रों के लिए भी एक मिसाल बनेगा।
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