छत्तीसगढ़ DMF घोटाला: कोरबा से 4 अधिकारी गिरफ्तार, 13 मई तक रिमांड पर: रायपुर/कोरबा : छत्तीसगढ़ में जिला खनिज न्यास (DMF) घोटाले की जांच मे...
छत्तीसगढ़ DMF घोटाला: कोरबा से 4 अधिकारी गिरफ्तार, 13 मई तक रिमांड पर:
रायपुर/कोरबा : छत्तीसगढ़ में जिला खनिज न्यास (DMF) घोटाले की जांच में बड़ी कार्रवाई सामने आई है। आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा (EOW) और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) की संयुक्त टीम ने कोरबा जिले से चार अधिकारियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए लोगों में तत्कालीन DMF नोडल अधिकारी और तीन जनपद पंचायतों के तत्कालीन मुख्य कार्यपालन अधिकारी (CEO) शामिल हैं।
इन सभी को शुक्रवार को रायपुर स्थित विशेष न्यायालय में पेश किया गया, जहां अदालत ने उन्हें 13 मई तक पुलिस रिमांड पर भेजने के आदेश दिए। जांच एजेंसियों के अनुसार, इन अधिकारियों पर DMF फंड के दुरुपयोग और अनियमितताओं में सीधे संलिप्त होने का संदेह है।
क्या है DMF घोटाला?
DMF यानी ज़िला खनिज न्यास फंड, खनन प्रभावित क्षेत्रों के विकास के लिए केंद्र सरकार की एक योजना है। इसका उद्देश्य स्थानीय लोगों को स्वास्थ्य, शिक्षा, आधारभूत संरचना जैसी आवश्यक सेवाएं प्रदान करना है। लेकिन छत्तीसगढ़ में इस फंड के दुरुपयोग को लेकर लंबे समय से शिकायतें आ रही थीं।
EOW की प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि कोरबा जिले में करोड़ों रुपये की परियोजनाओं में गंभीर अनियमितताएं हुई हैं, जिसमें बिना टेंडर, कागजी निर्माण, और नियमों के खिलाफ भुगतान जैसे मामले शामिल हैं।
आगे की कार्रवाई:
ACB-EOW की टीमें अब फंड के आवंटन, खर्च और परियोजनाओं की जांच को और विस्तार दे रही हैं। सूत्रों के अनुसार, आने वाले दिनों में और गिरफ्तारी हो सकती हैं और राज्य के अन्य जिलों में भी जांच तेज़ की जा सकती है।
राजनीतिक हलचल तेज़:
इस गिरफ्तारी के बाद राज्य की राजनीति में भी हलचल तेज़ हो गई है। विपक्ष ने सरकार पर घोटालों को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है, वहीं सत्ताधारी दल का कहना है कि कानून अपना काम कर रहा है और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
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