रायपुर, भिलाई समेत आठ शहरों में बीपीसीएल और गेल करेंगी निवेश: रायपुर : छत्तीसगढ़ के नगरीय क्षेत्रों को कचरा मुक्त और स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन क...
रायपुर, भिलाई समेत आठ शहरों में बीपीसीएल और गेल करेंगी निवेश:
रायपुर : छत्तीसगढ़ के नगरीय क्षेत्रों को कचरा मुक्त और स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन का हब बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है। राज्य सरकार ने रायपुर, भिलाई समेत आठ नगर निकाय क्षेत्रों में बायो-सीएनजी प्लांट लगाने की योजना को मंजूरी दे दी है। इस प्रोजेक्ट में भारत पेट्रोलियम (BPCL) और गेल (GAIL) कंपनियां मिलकर 800 करोड़ रुपये का निवेश करेंगी।
राज्य सरकार इन परियोजनाओं के लिए 10-10 एकड़ जमीन 25 साल की लीज पर सिर्फ 1 रुपए की दर से उपलब्ध कराएगी। कैबिनेट से इस प्रस्ताव को स्वीकृति मिल चुकी है और जमीन का चिन्हांकन भी पूरा हो चुका है।
किन शहरों में लगेंगे प्लांट?
इस योजना के तहत रायपुर, भिलाई, बिलासपुर, दुर्ग, रायगढ़, कोरबा, अंबिकापुर और जगदलपुर में बायो-सीएनजी प्लांट लगाए जाएंगे। इन प्लांट्स से न केवल कचरे का वैज्ञानिक निष्पादन होगा, बल्कि उससे बायोगैस और खाद जैसे उपयोगी उत्पाद भी तैयार किए जाएंगे।
क्या होगा लाभ?
रोजाना उत्पन्न होने वाले गीले कचरे का उपयोग बायो-सीएनजी बनाने में होगा
वाहनों के लिए वैकल्पिक और स्वच्छ ईंधन उपलब्ध होगा
स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर बढ़ेंगे
पर्यावरण संरक्षण को मिलेगा बढ़ावा
मुख्यमंत्री का बयान:
मुख्यमंत्री ने कहा, "यह परियोजना छत्तीसगढ़ को स्वच्छ, हरित और आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम है। इससे ना केवल कचरा प्रबंधन मजबूत होगा, बल्कि स्वच्छ ईंधन उत्पादन में राज्य अग्रणी बन सकेगा।"
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