गंभीर मरीजों को राहत कब मिलेगी? अंबेडकर अस्पताल में हर दिन ढाई हजार मरीज, पर सिर्फ 110 स्ट्रेचर और व्हीलचेयर: रायपुर: राजधानी के सबसे व्य...
गंभीर मरीजों को राहत कब मिलेगी? अंबेडकर अस्पताल में हर दिन ढाई हजार मरीज, पर सिर्फ 110 स्ट्रेचर और व्हीलचेयर:
रायपुर: राजधानी के सबसे व्यस्त सरकारी अस्पतालों में से एक अंबेडकर अस्पताल में मरीजों को बुनियादी सुविधाओं के लिए भी जद्दोजहद करनी पड़ रही है। यहां रोजाना औसतन 2,500 मरीज ओपीडी में आते हैं, लेकिन अस्पताल के पास सिर्फ 110 स्ट्रेचर और व्हीलचेयर हैं। हालात ये हैं कि गंभीर मरीजों को अस्पताल के गेट से वार्ड तक पहुंचाने के लिए परिजन आधे घंटे तक स्ट्रेचर या व्हीलचेयर का इंतजार करते हैं।
सुबह के वक्त, जब ओपीडी में भीड़ सबसे ज्यादा होती है, तो मरीजों को या तो ई-रिक्शा में लिटाकर लाया जाता है या फिर एंबुलेंस से ही अस्पताल के अंदर तक पहुंचाया जाता है। कई बार तो खुद परिजनों को मरीज को गोद में उठाकर ले जाना पड़ता है।
अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि संसाधनों की कमी है और मांग ज्यादा है। लेकिन सवाल उठता है कि इतने बड़े अस्पताल में यह स्थिति कब तक बनी रहेगी? क्या गंभीर मरीजों के लिए इतनी भी व्यवस्था नहीं हो सकती कि उन्हें अस्पताल के अंदर तक बिना तकलीफ पहुंचाया जा सके?
अब देखना यह है कि जिम्मेदार इस पर ध्यान देते हैं या फिर मरीजों और उनके परिवारों को यूं ही सिस्टम की कमजोरी का शिकार होना पड़ेगा।
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