बस्तर के सुरों का जादू, कांकेरवासियों को किया मंत्रमुग्ध कांकेर: शनिवार की रात शहर के मिनी स्टेडियम में जब ‘जादू बस्तर’ का मंच सजा, तो स...
बस्तर के सुरों का जादू, कांकेरवासियों को किया मंत्रमुग्ध
कांकेर: शनिवार की रात शहर के मिनी स्टेडियम में जब ‘जादू बस्तर’ का मंच सजा, तो संगीत का जादू पूरे शहर पर छा गया। पहली बार कांकेर में आयोजित इस संगीतमय कार्यक्रम ने देर रात तक लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया।
कार्यक्रम की शुरुआत रात 8 बजे हुई और यह देर रात 12 बजे तक चला। जैसे-जैसे कलाकारों की प्रस्तुतियाँ शुरू हुईं, स्टेडियम तालियों और हुंकारों से गूंज उठा। बस्तर की लोकसंस्कृति और संगीत की समृद्ध विरासत को पेश करने वाले इस मंच पर लोकगीतों, आदिवासी नृत्यों और आधुनिक संगीतमय प्रस्तुति का अनोखा संगम देखने को मिला।
श्रोताओं में युवाओं से लेकर बुजुर्गों तक सभी ने भरपूर आनंद लिया। कलाकारों ने जब बस्तर के पारंपरिक गीतों को सुरों में पिरोकर पेश किया, तो लोग थिरकने से खुद को रोक नहीं पाए।
इस आयोजन के सूत्रधार माहेश्वर रहे, जिन्होंने बताया कि “जादू बस्तर” कार्यक्रम का उद्देश्य बस्तर की सांस्कृतिक पहचान को नया मंच देना है और लोगों को उसकी सुंदरता से जोड़ना है।
इस रात कांकेर में सिर्फ संगीत नहीं बजा—बजता रहा बस्तर का आत्मा से जुड़ा जादू।
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