लाटाबोड़: जलसंकट से निपटने प्रशासन ही नहीं, नागरिकों की भी जिम्मेदारी जरूरी: लाटाबोड़ : में बढ़ते जलसंकट को देखते हुए अब यह साफ हो गया है...
लाटाबोड़: जलसंकट से निपटने प्रशासन ही नहीं, नागरिकों की भी जिम्मेदारी जरूरी:
लाटाबोड़ : में बढ़ते जलसंकट को देखते हुए अब यह साफ हो गया है कि समाधान केवल प्रशासन के भरोसे नहीं छोड़ा जा सकता। पानी की कमी की इस चुनौती से निपटने के लिए स्थानीय लोगों को भी आगे आना होगा।
विशेषज्ञों का मानना है कि जल संरक्षण की आदतें जैसे वर्षा जल संचयन, नल से पानी बर्बाद न करना और सामूहिक प्रयास ही इस संकट को टाल सकते हैं। कई इलाकों में जलस्तर खतरनाक स्तर तक गिर चुका है, जिससे आने वाले दिनों में हालात और बिगड़ सकते हैं।
प्रशासनिक योजनाएं तब ही असरदार होंगी जब नागरिक भी जिम्मेदारी से हिस्सा लें। लाटाबोड़ जैसे कस्बों में सामुदायिक जागरूकता अभियान, स्कूलों में जल शिक्षा और हर घर में छोटे स्तर पर जल संचयन की व्यवस्था वक्त की मांग है।
यह वक्त है मिलकर सोचने, समझने और कदम उठाने का — क्योंकि पानी की एक-एक बूंद अब कीमती है।
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