संचालक बदलते रहे, हालत बिगड़ती गई: दंतेवाड़ा : जिला मुख्यालय और गीदम के बीच स्थित हारम गांव में 2009 में पर्यटन विभाग ने पर्यटकों के लिए ...
संचालक बदलते रहे, हालत बिगड़ती गई:
दंतेवाड़ा : जिला मुख्यालय और गीदम के बीच स्थित हारम गांव में 2009 में पर्यटन विभाग ने पर्यटकों के लिए एक मोटल बनवाया था। उद्देश्य था कि आने-जाने वाले सैलानियों को ठहरने और आराम करने की सुविधा मिल सके।
शुरुआत में यह मोटल निजी संचालकों को दिया गया, लेकिन कोई भी इसे तीन महीने से ज़्यादा नहीं चला पाया। हर बार संचालन बदलता गया, लेकिन व्यवस्था सुधरने की बजाय बिगड़ती गई। अब हालत यह है कि मोटल खंडहर में तब्दील हो चुका है।
चारों ओर उगी झाड़ियाँ, टूटी खिड़कियाँ और बंद पड़े कमरे अब सिर्फ बदइंतज़ामी की कहानी बयाँ करते हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर इसे ठीक से संचालित किया जाता तो यह जगह पर्यटन का अच्छा केंद्र बन सकती थी।
प्रशासन की अनदेखी और योजनाओं के अधूरे क्रियान्वयन ने एक अच्छे खासे प्रोजेक्ट को बर्बादी की कगार पर पहुँचा दिया है।
अब सवाल यह है — क्या सरकार इस ओर फिर से ध्यान देगी?
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