देवदत्त पटनायक का बड़ा बयान: शास्त्रों में ‘हिन्दुत्व’ शब्द नहीं, रामराज्य की होती है चर्चा लेकिन बैकुंठ की नहीं रायपुर : में हुए ‘किताबे...
- Advertisement -
![]()
देवदत्त पटनायक का बड़ा बयान: शास्त्रों में ‘हिन्दुत्व’ शब्द नहीं, रामराज्य की होती है चर्चा लेकिन बैकुंठ की नहीं
रायपुर : में हुए ‘किताबें और बातें’ कार्यक्रम में मशहूर लेखक और माइथोलॉजिस्ट देवदत्त पटनायक ने बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि “शास्त्रों में ‘हिन्दुत्व’ जैसा कोई शब्द नहीं है, यह एक बाहरी अवधारणा है।”
पटनायक ने कहा, “लोग अक्सर रामराज्य की बात करते हैं, लेकिन बैकुंठ की बात कोई नहीं करता। शास्त्रों की मूल भावना को समझना जरूरी है, न कि केवल शब्दों और नारों पर ध्यान देना।”
कार्यक्रम में पटनायक ने धर्म, संस्कृति और समाज के बदलते संदर्भों पर भी खुलकर अपनी राय रखी।
कोई टिप्पणी नहीं