6 ज़िंदगियां दांव पर: गौचर के मरीजों को चाहिए 1-1 करोड़ का इंजेक्शन, सरकार से मदद सिर्फ 30 लाख तक: छत्तीसगढ़ : में गौचर नाम की दुर्लभ बीम...
6 ज़िंदगियां दांव पर: गौचर के मरीजों को चाहिए 1-1 करोड़ का इंजेक्शन, सरकार से मदद सिर्फ 30 लाख तक:
छत्तीसगढ़ : में गौचर नाम की दुर्लभ बीमारी से जूझ रहे 6 मरीजों की ज़िंदगी महंगे इलाज के बोझ तले दब रही है। इलाज के लिए हर मरीज को करीब 1 से 1.25 करोड़ रुपए की जरूरत है, लेकिन सरकारी राहत कोष से अधिकतम 30 लाख रुपए तक ही मदद मिल सकती है।
तीन साल में इन मरीजों ने इलाज के लिए अर्जियां दीं, लेकिन राशि का कोई ठोस प्रावधान न होने के कारण फाइलें विभागों के चक्कर काट रही हैं। नतीजा—इलाज अधूरा, बीमारी बढ़ रही है, और परिवार आर्थिक तंगी में टूटते जा रहे हैं।
क्या है गौचर?
गौचर एक आनुवांशिक बीमारी है, जिसमें शरीर वसा को नहीं तोड़ पाता। इसका इलाज बेहद महंगा है और नियमित इंजेक्शन जरूरी होते हैं।
मरीजों की मांग:
परिवारों ने केंद्र और राज्य सरकार दोनों से गुहार लगाई है कि गंभीर और दुर्लभ बीमारियों के लिए राहत राशि की सीमा बढ़ाई जाए, ताकि सिर्फ कागजों में नहीं, ज़िंदगी में भी राहत मिले।
सवाल बाकी:
जब इलाज मौजूद है तो सिस्टम की लाचारी क्यों ज़िंदगियों पर भारी पड़ रही है?
कोई टिप्पणी नहीं