खारुन नदी में जलकुंभी का अतिक्रमण: निगम की उदासीनता, नाविकों ने खुद संभाली सफाई की जिम्मेदारी: रायपुर : की जीवनरेखा कही जाने वाली खारुन न...
खारुन नदी में जलकुंभी का अतिक्रमण: निगम की उदासीनता, नाविकों ने खुद संभाली सफाई की जिम्मेदारी:
रायपुर : की जीवनरेखा कही जाने वाली खारुन नदी में जलकुंभी का फैलाव लगातार बढ़ता जा रहा है, लेकिन नगर निगम की ओर से अब तक कोई ठोस सफाई अभियान नहीं चलाया गया। लक्ष्मण झूला से कुम्हारी तक नदी का बड़ा हिस्सा जलकुंभी से भर गया है, जिससे नाव संचालन ठप हो गया है।
नाविकों को आर्थिक नुकसान:
नदी में नाव नहीं चलने से नाविकों की आजीविका प्रभावित हो रही है। कई बार प्रशासन से सफाई की मांग की गई, लेकिन जब कोई कार्रवाई नहीं हुई, तो नाविकों ने खुद मोर्चा संभाल लिया। वे अपनी मेहनत से जलकुंभी हटाकर रास्ता बना रहे हैं ताकि नौकायन जारी रह सके।
प्रशासन की उदासीनता पर उठे सवाल:
स्थानीय लोगों का कहना है कि खारुन नदी में जलकुंभी की समस्या कोई नई नहीं है, लेकिन नगर निगम हर साल इसे नजरअंदाज कर देता है। नियमित सफाई नहीं होने के कारण जलकुंभी का फैलाव बढ़ता जा रहा है, जिससे जल प्रवाह भी बाधित हो रहा है।
जरूरी कदम उठाने की मांग:
नदी में जलकुंभी के बढ़ते दायरे को देखते हुए पर्यावरणविदों ने भी चिंता जताई है। विशेषज्ञों का कहना है कि जलकुंभी जल प्रदूषण को बढ़ावा देती है और पानी की गुणवत्ता खराब करती है। स्थानीय नागरिक और नाविक प्रशासन से जल्द से जल्द सफाई अभियान चलाने की मांग कर रहे हैं ताकि खारुन नदी का प्रवाह सुचारू रहे और नाविकों की आजीविका प्रभावित न हो।
अब देखना होगा कि नगर निगम इस समस्या पर कब तक संज्ञान लेता है या फिर नाविकों को ही अपनी आजीविका बचाने के लिए संघर्ष करना पड़ेगा।
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