महिला दिवस पर खास: मौत के कुएं में स्टंट करने वाली बाइकर रिहाना, 10 साल से दिखा रहीं हैरतअंगेज कारनामे: कोंडागांव : छत्तीसगढ़ के कोंडागां...
महिला दिवस पर खास: मौत के कुएं में स्टंट करने वाली बाइकर रिहाना, 10 साल से दिखा रहीं हैरतअंगेज कारनामे:
कोंडागांव : छत्तीसगढ़ के कोंडागांव में चल रहे ऐतिहासिक मेले में "मौत का कुआं" हर किसी के लिए रोमांच और हैरानी का केंद्र बना हुआ है। लेकिन इस बार यहां कुछ खास है—एक महिला बाइकर, जो पिछले 10 सालों से इस खतरनाक स्टंट को अंजाम दे रही हैं। उत्तर प्रदेश के आगरा जिले की एटा निवासी रिहाना ने अपने साहस और हुनर से इस जोखिम भरे खेल में अपनी अलग पहचान बनाई है।
साहस की मिसाल बनीं रिहाना:
रिहाना बचपन से ही बाइकिंग और स्टंट में रुचि रखती थीं। समाज की बंदिशों और चुनौतियों को पीछे छोड़ते हुए, उन्होंने इस अनोखे क्षेत्र में कदम रखा और पिछले एक दशक से मौत के कुएं में स्टंट कर रही हैं। जब वह तेज रफ्तार से बाइक और कार दौड़ाती हैं, तो दर्शकों की सांसें थम जाती हैं। उनका कहना है, "इस खेल में डर की कोई जगह नहीं, बस भरोसा ऊपर वाले पर होना चाहिए।"
हर महिला के लिए प्रेरणा:
महिला दिवस के मौके पर रिहाना जैसी साहसी महिलाओं की कहानी समाज के लिए प्रेरणादायक है। वह साबित कर रही हैं कि अगर हौसला और जज्बा हो, तो कोई भी क्षेत्र महिलाओं के लिए अछूता नहीं।
निडरता और जुनून का संगम:
रिहाना का सपना है कि वह आने वाली पीढ़ी की लड़कियों को इस फील्ड में आगे बढ़ते हुए देखें। उन्होंने यह भी बताया कि शुरुआती दिनों में उनके परिवार ने थोड़ा संकोच किया, लेकिन अब वे उनके फैसले पर गर्व करते हैं।
कोंडागांव का यह मेला और यहां का "मौत का कुआं" हर साल हजारों लोगों को आकर्षित करता है, लेकिन इस बार रिहाना की कहानी इसे और खास बना रही है। उनका हौसला हर महिला को यह संदेश देता है कि डर के आगे ही जीत है!
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