छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की हार पर कार्यकर्ताओं का फूटा गुस्सा, सोशल मीडिया पर उठी इस्तीफों की मांग: छत्तीसगढ़ : में कांग्रेस को एक साल में...
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की हार पर कार्यकर्ताओं का फूटा गुस्सा, सोशल मीडिया पर उठी इस्तीफों की मांग:
छत्तीसगढ़ : में कांग्रेस को एक साल में चौथी बड़ी हार झेलनी पड़ी है। हाल ही में संपन्न नगरीय निकाय चुनाव में सभी 10 नगर निगमों में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने जीत दर्ज की, जिससे पार्टी के कार्यकर्ताओं और समर्थकों में भारी असंतोष पनप गया है।
सोशल मीडिया पर फूटा कांग्रेस कार्यकर्ताओं का गुस्सा:
हार के बाद कांग्रेस समर्थकों ने सोशल मीडिया पर अपनी नाराजगी खुलकर जाहिर की। कई कार्यकर्ताओं ने नेतृत्व पर सवाल उठाए और पार्टी की रणनीतियों पर पुनर्विचार करने की मांग की। कुछ ने सुझाव दिया कि कांग्रेस को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जनसंपर्क और संगठन कौशल सीखना चाहिए, ताकि जमीनी स्तर पर कार्यकर्ताओं को मजबूती मिले।
‘पत्नियों को चुनाव लड़ाने से हार मिली’ – कार्यकर्ताओं का आरोप:
कुछ कार्यकर्ताओं ने नेतृत्व पर भाई-भतीजावाद और पारिवारिक राजनीति को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। उनका कहना है कि वरिष्ठ नेताओं ने अपनी पत्नियों को चुनाव लड़ाया, जिससे योग्य और समर्पित कार्यकर्ताओं को मौका नहीं मिला। यह असंतोष सोशल मीडिया पर जमकर देखने को मिला, जहां कई पदाधिकारियों के इस्तीफे की मांग उठी।
लगातार चौथी हार से बढ़ा संकट:
पिछले एक साल में कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव, लोकसभा चुनाव और अन्य महत्वपूर्ण चुनावों में हार का सामना किया है। अब नगरीय निकाय चुनाव में भी खराब प्रदर्शन से पार्टी के अंदर असंतोष और नेतृत्व परिवर्तन की चर्चा तेज हो गई है।
आगे की रणनीति पर मंथन जरूरी:
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यदि कांग्रेस को अपनी साख बचानी है, तो उसे जमीनी स्तर पर संगठन को मजबूत करने, कार्यकर्ताओं की आवाज सुनने और नई रणनीति अपनाने की जरूरत होगी। वरना लगातार हार से पार्टी को उबरना मुश्किल हो सकता है।
क्या कांग्रेस नेतृत्व इस असंतोष को गंभीरता से लेगा?
अब देखना होगा कि पार्टी इस असंतोष को कैसे संभालती है और आगामी चुनावों के लिए क्या रणनीति अपनाती है।
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