रायपुर डकैती कांड: पायलटिंग वाहन ने खोली डकैतों की पोल, रिटायर्ड फौजी निकला मास्टरमाइंड: रायपुर : में हुई सनसनीखेज डकैती का पर्दाफाश करते...
रायपुर डकैती कांड: पायलटिंग वाहन ने खोली डकैतों की पोल, रिटायर्ड फौजी निकला मास्टरमाइंड:
रायपुर : में हुई सनसनीखेज डकैती का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने 10 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि डकैती की साजिश पीड़ित की बहन के दोस्त, एक रिटायर्ड BSF जवान ने रची थी। उसने सुपारी देकर इस वारदात को अंजाम दिलवाया।
डकैत जिस कार (रिट्ज) में सवार थे, उसके पीछे-पीछे चल रही एक ऑल्टो कार ने पुलिस को आरोपियों तक पहुंचा दिया। पुलिस को शक हुआ कि यह वाहन डकैतों के लिए पायलटिंग कर रहा था। इस कड़ी से पुलिस ने पूरे गिरोह को ट्रैक कर लिया।
तीन लेयर में बंटे थे आरोपी:
इस वारदात को अंजाम देने के लिए आरोपियों को तीन लेयर में बांटा गया था—
1. पहली लेयर: इसमें मास्टरमाइंड और उसके करीबी लोग थे, जिन्होंने योजना बनाई।
2. दूसरी लेयर: इसमें वे लोग थे, जिन्होंने डकैती में सीधे भाग लिया।
3. तीसरी लेयर: इसमें वे लोग शामिल थे, जिन्होंने भागने की योजना बनाई और पायलटिंग वाहन से डकैतों को सुरक्षा देने का काम किया।
फौजी मास्टरमाइंड ने खरीदी आर्मी ड्रेस:
आरोपियों ने रायपुर के उतई इलाके से आर्मी ड्रेस खरीदी, ताकि वारदात के दौरान किसी को शक न हो। वे पूरी तैयारी के साथ आए थे, लेकिन पुलिस की मुस्तैदी से पूरा गिरोह पकड़ में आ गया।
कई जिलों और नागपुर से हुई गिरफ्तारियां:
पुलिस ने दुर्ग, राजनांदगांव, बलौदाबाजार, रायपुर, बिलासपुर और महाराष्ट्र के नागपुर तक आरोपियों को ट्रैक कर गिरफ्तार किया है। फिलहाल, पुलिस पूरे नेटवर्क की जांच कर रही है और यह पता लगाने में जुटी है कि गिरोह का कोई और सदस्य तो फरार नहीं है।
निष्कर्ष:
रायपुर डकैती कांड पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती था, लेकिन पायलटिंग वाहन की गलती ने पूरे गिरोह का भंडाफोड़ कर दिया। मास्टरमाइंड रिटायर्ड फौजी समेत सभी आरोपी पुलिस की गिरफ्त में हैं और अब इस मामले में आगे की जांच जारी है।
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