स्कूलों में शुरू हुआ 'प्लास्टिक एजुकेशन', 12 चरणों में मिलेगी शिक्षा, बच्चे बनाएंगे शहर को प्लास्टिक मुक्त: रायपुर : शहर के स्कूलो...
स्कूलों में शुरू हुआ 'प्लास्टिक एजुकेशन', 12 चरणों में मिलेगी शिक्षा, बच्चे बनाएंगे शहर को प्लास्टिक मुक्त:
रायपुर : शहर के स्कूलों में अब बच्चों को प्लास्टिक से होने वाले नुकसान और उसके सही निपटान की शिक्षा दी जाएगी। ‘प्लास्टिक एजुकेशन’ पहल के तहत, 12 चरणों में विद्यार्थियों को जागरूक किया जाएगा। खास बात यह है कि बच्चे अपने घरों से प्लास्टिक वेस्ट लाकर स्कूल में जमा करेंगे, जिससे पुनर्चक्रण को बढ़ावा मिलेगा। इस पहल का उद्देश्य न केवल बच्चों में जागरूकता बढ़ाना है, बल्कि पूरे शहर को प्लास्टिक मुक्त बनाना भी है। इस अभिनव प्रयास से पर्यावरण संरक्षण को नया आयाम मिलेगा और आने वाली पीढ़ी को स्वच्छ भारत के सपने को साकार करने की दिशा में प्रेरित किया जाएगा।
और शहर को प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए सक्रिय भूमिका निभाएंगे। छत्तीसगढ़ बोर्ड के तहत संचालित स्कूलों में ‘प्लास्टिक एजुकेशन’ कार्यक्रम शुरू किया गया है, जिसके तहत बच्चों को 12 चरणों में प्लास्टिक प्रदूषण और उसके समाधान की शिक्षा दी जाएगी।
इस अभियान के तहत, विद्यार्थी अपने घरों और आसपास के क्षेत्रों से प्लास्टिक कचरा इकट्ठा कर स्कूल में जमा करेंगे। यह कचरा बाद में पुनर्चक्रण के लिए भेजा जाएगा। इसके अलावा, बच्चों को प्लास्टिक के हानिकारक प्रभावों और उसके विकल्पों के बारे में भी जागरूक किया जाएगा, ताकि वे स्वयं और अपने परिवार को प्लास्टिक के कम से कम उपयोग के लिए प्रेरित कर सकें।
शिक्षा विभाग और स्थानीय प्रशासन की इस अनूठी पहल का मुख्य उद्देश्य बच्चों में पर्यावरण संरक्षण की जिम्मेदारी विकसित करना है। जब छात्र अपने मोहल्ले, गांव और शहर में इस मुहिम को बढ़ावा देंगे, तो समाज में भी प्लास्टिक के प्रति जागरूकता बढ़ेगी। इस प्रयास से न केवल प्लास्टिक कचरे की समस्या कम होगी, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को एक स्वच्छ और स्वस्थ पर्यावरण भी मिल सकेगा।
कोई टिप्पणी नहीं