धमतरी में दूल्हे ने बैलगाड़ी में निकाली बारात, पुरानी परंपरा को जीवंत रखने की मिसाल: छत्तीसगढ़ : के धमतरी जिले में एक अनूठी और प्रेरणादाय...
धमतरी में दूल्हे ने बैलगाड़ी में निकाली बारात, पुरानी परंपरा को जीवंत रखने की मिसाल:
छत्तीसगढ़ : के धमतरी जिले में एक अनूठी और प्रेरणादायक शादी देखने को मिली, जिसमें आधुनिकता की चकाचौंध से दूर रहकर पारंपरिक मूल्यों को संजोने का प्रयास किया गया। एमएससी बॉटनी की उपाधि प्राप्त दूल्हे ने अपनी बारात बैलगाड़ी में निकालकर फिजूलखर्ची से बचने और पूर्वजों की परंपराओं को पुनर्जीवित करने का संदेश दिया।
बैलगाड़ी में 10 किलोमीटर की अनूठी यात्रा:
धमतरी जिले के इस विवाह समारोह में दूल्हे ने पारंपरिक तरीके से बैलगाड़ी में बैठकर अपनी बारात निकाली। यह बारात लगभग 10 किलोमीटर तक चली, जिसमें परिवारजन, रिश्तेदार और मित्रगण भी पूरे उत्साह के साथ शामिल हुए। पारंपरिक वेशभूषा में सजे-धजे बारातियों ने ढोल-नगाड़ों की धुन पर नाचते-गाते हुए इस अनोखी यात्रा को और भी मनोरंजक बना दिया।
परंपराओं को जीवंत रखने की पहल:
आज के दौर में जहां शादियों में भारी-भरकम खर्च आम बात हो गई है, वहीं इस दूल्हे ने अपनी शादी को सादगीपूर्ण और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध बनाने का फैसला लिया। उन्होंने न केवल फिजूलखर्ची से परहेज किया, बल्कि पर्यावरण संरक्षण और ग्रामीण संस्कृति को बढ़ावा देने का भी एक सकारात्मक उदाहरण पेश किया।
समाज के लिए प्रेरणादायक संदेश:
इस अनूठे आयोजन ने स्थानीय लोगों के बीच खूब चर्चा बटोरी। दूल्हे ने इस पहल के जरिए यह संदेश दिया कि आधुनिकता के साथ परंपराओं को जीवंत रखना भी आवश्यक है। ग्रामीण परिवेश में बैलगाड़ी कभी परिवहन का प्रमुख साधन हुआ करता था, और इस बारात ने लोगों को अपने अतीत से फिर से जोड़ने का अवसर दिया।
इस शादी ने दिखाया कि भव्यता केवल दिखावे में नहीं, बल्कि सांस्कृतिक विरासत को सहेजने और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में भी होती है।
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