ऑफिस में शराब पार्टी का VIDEO वायरल, सरकारी कर्मचारियों की बड़ी लापरवाही उजागर: अंबिकापुर: छत्तीसगढ़ में सरकारी कार्यालयों की कार्यशैली को...
ऑफिस में शराब पार्टी का VIDEO वायरल, सरकारी कर्मचारियों की बड़ी लापरवाही उजागर:
अंबिकापुर: छत्तीसगढ़ में सरकारी कार्यालयों की कार्यशैली को लेकर एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें सरकारी कर्मचारी कार्यालय में ही शराब पार्टी करते नजर आ रहे हैं। बताया जा रहा है कि यह घटना [स्थान का नाम] कार्यालय की है, जहां नामांकन जमा करने आए कुछ लोगों के साथ कर्मचारी जश्न मना रहे थे।
क्या है मामला?
वीडियो में कुछ सरकारी कर्मचारी और अन्य लोग टेबल पर शराब की बोतलें और गिलास लेकर बैठे दिख रहे हैं। इस दौरान वे मस्ती के मूड में नजर आ रहे हैं। बताया जा रहा है कि यह वीडियो उसी समय का है, जब लोग अपने दस्तावेज जमा करने के लिए कार्यालय आए थे।
वीडियो वायरल होते ही मचा हड़कंप:
जैसे ही यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, लोगों में भारी आक्रोश फैल गया। सरकारी कार्यालय में इस तरह की हरकत को लेकर आम जनता ने प्रशासन पर सवाल उठाए हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए [सम्बंधित अधिकारी का नाम, यदि उपलब्ध हो] ने जांच के आदेश दे दिए हैं।
प्रशासन की सफाई और संभावित कार्रवाई:
प्रशासन का कहना है कि वीडियो की सत्यता की जांच की जा रही है। यदि आरोप सही पाए जाते हैं, तो दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
जनता में नाराजगी:
इस घटना के सामने आने के बाद आम जनता में गहरा रोष है। लोग सवाल उठा रहे हैं कि जब सरकारी कार्यालयों में इस तरह की लापरवाहियां होंगी, तो आम जनता की समस्याओं का समाधान कैसे होगा?
छत्तीसगढ़: आचार संहिता के बीच सरकारी कार्यालय में शराब पार्टी, वीडियो वायरल:
अंबिकापुर: प्रदेश में नगरीय निकाय और पंचायत चुनावों को लेकर आचार संहिता लागू है, जिसके तहत सरकारी अधिकारियों, कर्मचारियों और राजनीतिक दलों पर सख्त पाबंदियां लगाई गई हैं। लेकिन इसके बावजूद कई जगहों पर आचार संहिता की खुलेआम अनदेखी देखने को मिल रही है। इसी कड़ी में अंबिकापुर से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां सरकारी कार्यालय में ही शराब पार्टी करने का वीडियो वायरल हो गया है।
जनता में रोष, आचार संहिता की अनदेखी पर सवाल
इस घटना के बाद जनता में आक्रोश फैल गया है। चुनावी आचार संहिता लागू होने के बावजूद सरकारी कार्यालयों में इस तरह की घटनाएं प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर रही हैं। आम लोगों का कहना है कि जब सरकारी कर्मचारी ही आचार संहिता का पालन नहीं कर रहे, तो निष्पक्ष चुनाव कैसे संभव होंगे?
निष्कर्ष:
सरकारी कार्यालयों में इस तरह की लापरवाही और आचार संहिता के उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई की जरूरत है। प्रशासन द्वारा मामले की जांच के बाद दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की उम्मीद की जा रही है, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों।
कोई टिप्पणी नहीं