सड़क किनारे गोलगप्पे बेचने वाली महिला बनीं BJP की प्रत्याशी: संघर्ष और सफलता की प्रेरणादायक कहानी: छत्तीसगढ़: की राजनीति में इस बार एक अ...
सड़क किनारे गोलगप्पे बेचने वाली महिला बनीं BJP की प्रत्याशी: संघर्ष और सफलता की प्रेरणादायक कहानी:
छत्तीसगढ़: की राजनीति में इस बार एक अलग ही तस्वीर देखने को मिली है। बीजेपी ने अपने प्रत्याशियों की सूची में संतोषी नाम की एक साधारण महिला को शामिल कर सबको चौंका दिया है। संतोषी, जो अब तक रायपुर की सड़कों पर गोलगप्पे का ठेला लगाकर अपना और अपने परिवार का पालन-पोषण करती थीं, अब चुनावी मैदान में उतरेंगी।
संतोषी की कहानी संघर्ष और साहस की मिसाल है। बचपन से ही आर्थिक तंगी से जूझते हुए उन्होंने मेहनत और लगन से अपनी पहचान बनाई। रायपुर की सड़कों पर अपने गोलगप्पे के स्वाद से लोगों का दिल जीतने वाली संतोषी अब राजनीति के मंच पर भी अपनी छाप छोड़ने की तैयारी में हैं।
बीजेपी ने संतोषी को प्रत्याशी बनाकर यह संदेश दिया है कि साधारण पृष्ठभूमि वाले लोगों के लिए भी राजनीति के दरवाजे खुले हैं। पार्टी का मानना है कि संतोषी जैसे जमीन से जुड़े उम्मीदवार समाज की सच्ची तस्वीर पेश करते हैं और जनता की वास्तविक समस्याओं को समझने में सक्षम हैं।
संतोषी की इस सफलता ने आम जनता को यह भरोसा दिलाया है कि मेहनत और ईमानदारी का फल हमेशा मिलता है। उनकी कहानी उन लोगों के लिए प्रेरणा है जो बड़े सपने देखने से डरते हैं। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि संतोषी राजनीति के इस नए सफर में किस तरह अपनी छाप छोड़ती हैं।
चायवाले के बाद अब गुपचुप वाली को भाजपा ने दिया टिकट, संतोषी कैवर्त्य बनीं पार्षद प्रत्याशी:
छत्तीसगढ़ में बीजेपी ने इस बार जमीनी स्तर के साधारण लोगों को मौका देकर एक नई पहल की है। अकलतरा के वार्ड नंबर 11 से भाजपा ने गुपचुप बेचने वाली संतोषी कैवर्त्य को अपना प्रत्याशी घोषित किया है। संतोषी लंबे समय से सड़क किनारे गुपचुप का ठेला लगाकर अपना और अपने परिवार का भरण-पोषण कर रही थीं।
इससे पहले बीजेपी ने रायगढ़ में एक चायवाले को महापौर बनाया था, और अब गुपचुप वाली संतोषी कैवर्त्य को पार्षद पद के लिए टिकट देकर पार्टी ने एक बार फिर आम जनता को प्रेरित करने वाला कदम उठाया है। संतोषी की सरल जीवनशैली और उनकी मेहनत की कहानी समाज के हर वर्ग को यह संदेश देती है कि राजनीति केवल बड़े नामों और शक्तिशाली परिवारों तक सीमित नहीं है।
पार्टी का यह कदम उन लोगों के लिए उम्मीद की किरण है, जो साधारण पृष्ठभूमि से हैं लेकिन समाज की सेवा और बदलाव लाने का सपना देखते हैं। संतोषी अब वार्ड नंबर 11 से भाजपा की ओर से चुनाव लड़ेंगी, और जनता के बीच उनकी सादगी और मेहनत को लेकर काफी सकारात्मक प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है।
बीजेपी ने एक बार फिर साबित किया है कि साधारण जीवन जीने वाले असाधारण लोग भी बड़े बदलाव का कारण बन सकते हैं। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि संतोषी कैवर्त्य अपने चुनावी सफर में कितनी सफलता हासिल करती हैं।
कोई टिप्पणी नहीं