कोंडागांव में त्रिकोणीय मुकाबला: नरपति, नरेंद्र और नीलकंठ के बीच कड़ी टक्कर, 26 हजार मतदाताओं पर टिकी नजरें: कोंडागांव: में इस बार चुनाव...
कोंडागांव में त्रिकोणीय मुकाबला: नरपति, नरेंद्र और नीलकंठ के बीच कड़ी टक्कर, 26 हजार मतदाताओं पर टिकी नजरें:
कोंडागांव: में इस बार चुनावी मुकाबला बेहद रोचक और दिलचस्प हो गया है। क्षेत्र में तीन प्रमुख उम्मीदवार – नरपति, नरेंद्र और नीलकंठ – एक ही राशि के दावेदार के रूप में आमने-सामने हैं। यह त्रिकोणीय मुकाबला मतदाताओं के बीच उत्सुकता और चर्चा का विषय बना हुआ है।
26 हजार से अधिक मतदाता इन तीन दावेदारों के भविष्य का फैसला करेंगे। सभी उम्मीदवार अपने-अपने पक्ष में समर्थन जुटाने के लिए पूरी ताकत झोंक रहे हैं। इस मुकाबले ने न केवल क्षेत्रीय राजनीति को गरमाया है, बल्कि मतदाताओं के बीच चुनावी हलचल तेज कर दी है।
अब देखना यह होगा कि किस उम्मीदवार की रणनीति और जनसंपर्क प्रयास उन्हें जीत की ओर ले जाते हैं। परिणाम आने तक कोंडागांव की जनता इस दिलचस्प मुकाबले का गवाह बनेगी।
कोंडागांव नगरपालिका चुनाव: भाजपा के नरपति पटेल, कांग्रेस के नरेंद्र देवांगन और निर्दलीय नीलकंठ शार्दुल के बीच कड़ा मुकाबला:
कोंडागांव नगरपालिका चुनाव का राजनीतिक पारा चढ़ चुका है। मंगलवार को भाजपा के नरपति पटेल, कांग्रेस के नरेंद्र देवांगन और निर्दलीय प्रत्याशी नीलकंठ शार्दुल ने अपने नामांकन दाखिल कर मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया। खास बात यह है कि तीनों प्रत्याशी एक ही राशि के हैं, जिससे यह चुनाव और भी दिलचस्प हो गया है।
26 हजार से अधिक मतदाता इस चुनाव में अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर इन तीन प्रमुख दावेदारों में से किसी एक को चुनेगी। भाजपा और कांग्रेस के बीच जहां सीधा मुकाबला माना जा रहा था, वहीं नीलकंठ शार्दुल के निर्दलीय रूप से उतरने से समीकरण और पेचीदा हो गए हैं।
तीनों प्रत्याशी क्षेत्र में सक्रिय जनसंपर्क अभियान चला रहे हैं और जनता का समर्थन हासिल करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। इस त्रिकोणीय मुकाबले ने न केवल कोंडागांव में राजनीतिक उत्सुकता बढ़ाई है, बल्कि मतदाताओं के बीच चर्चा का विषय भी बन गया है।
अब देखना यह होगा कि किसकी रणनीति कारगर साबित होगी और कोंडागांव की जनता किसे अपना नेता चुनती है। परिणाम आने तक इस रोमांचक चुनाव पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।
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