महिला आरक्षित सीट पर पुरुष उम्मीदवार? कांग्रेस के फैसले पर ओपी का तंज: कांग्रेस पार्टी ने हाल ही में महिला आरक्षित सीट पर एक पुरुष उम्मीदव...
महिला आरक्षित सीट पर पुरुष उम्मीदवार? कांग्रेस के फैसले पर ओपी का तंज:
कांग्रेस पार्टी ने हाल ही में महिला आरक्षित सीट पर एक पुरुष उम्मीदवार उतारने का फैसला किया, जिससे राजनीति के गलियारों में हलचल मच गई। विपक्षी नेताओं ने इस पर चुटकी लेने में देर नहीं की। समाजवादी नेता ओम प्रकाश (ओपी) ने व्यंग्य करते हुए कहा, "यह टाइपिंग एरर तो नहीं?"
इस फैसले ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। महिला आरक्षण का उद्देश्य महिलाओं को राजनीति में अधिक प्रतिनिधित्व देना है, लेकिन इस तरह के कदम से उस उद्देश्य पर सवाल उठ सकते हैं। जनता और राजनीतिक विश्लेषकों के बीच यह मुद्दा चर्चा का विषय बन गया है।
अब देखना यह होगा कि कांग्रेस इस फैसले को कैसे सही ठहराती है और इसका चुनावी समीकरणों पर क्या असर पड़ता है।
छत्तीसगढ़ नगरीय निकाय चुनाव: महिला आरक्षित सीट पर पुरुष उम्मीदवार, कांग्रेस की बड़ी चूक पर ओपी का तंज:
छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय चुनाव को लेकर सियासी पारा चढ़ा हुआ है। कांग्रेस और भाजपा ने अपने-अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। लेकिन कांग्रेस की सूची में एक बड़ी गलती ने पार्टी को विवादों में ला दिया है। बरमकेला नगर पंचायत, जो महिला आरक्षित सीट है, वहां कांग्रेस ने पुरुष उम्मीदवार मनोहर नायक का नाम घोषित कर दिया।
इस गलती पर प्रदेश के वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर तीखा तंज कसते हुए लिखा, "कहीं यह टाइपिंग एरर तो नहीं?" उनके इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर कांग्रेस के फैसले की जमकर आलोचना हो रही है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह चूक कांग्रेस के चुनावी रणनीति और आंतरिक समन्वय पर सवाल खड़े करती है। वहीं, विपक्ष इस मुद्दे को भुनाने में जुटा हुआ है। कांग्रेस की तरफ से इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन यह देखना दिलचस्प होगा कि पार्टी इसे कैसे संभालती है।
इस चूक ने नगरीय निकाय चुनाव की राजनीति में नया मोड़ ला दिया है, और अब जनता इस पर कांग्रेस की सफाई का इंतजार कर रही है।
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