महानदी किनारे रेत खनन का खेल: चैनमाउंटेन मशीनों पर कार्रवाई नदारद: रायपुर: जिले में महानदी के दोनों किनारों पर रेत खनन खुलेआम जारी है। दि...
महानदी किनारे रेत खनन का खेल: चैनमाउंटेन मशीनों पर कार्रवाई नदारद:
रायपुर: जिले में महानदी के दोनों किनारों पर रेत खनन खुलेआम जारी है। दिन-रात चलने वाली इस अवैध गतिविधि में चैनमाउंटेन जैसी भारी मशीनों का उपयोग हो रहा है, जो खनन नियमों के पूरी तरह खिलाफ है। हालांकि, खनिज अधिकारी खदानों में कार्रवाई के नाम पर पहुंचते तो हैं, लेकिन उनकी कार्रवाई केवल मालवाहकों तक सीमित रह जाती है।
मशीनों पर कार्रवाई क्यों नहीं?
खनिज विभाग नियमों के मुताबिक रेत खनन में किसी भी प्रकार की मशीन का उपयोग प्रतिबंधित है। इसके बावजूद चैनमाउंटेन जैसी मशीनों का धड़ल्ले से उपयोग किया जा रहा है। अधिकारियों द्वारा केवल ट्रकों और अन्य माल वाहनों पर जुर्माना लगाकर लौट जाना सवाल खड़े करता है। नियम विरुद्ध मशीनों पर कार्रवाई न करना विभागीय लापरवाही और मिलीभगत की ओर इशारा करता है।
महानदी पर मंडराता खतरा:
इस प्रकार का अवैध खनन न केवल नदी के प्राकृतिक स्वरूप को नुकसान पहुंचा रहा है, बल्कि जलस्तर और पर्यावरणीय संतुलन पर भी गंभीर प्रभाव डाल रहा है। महानदी के दोनों किनारों पर हो रही यह अंधाधुंध गतिविधि नदी के अस्तित्व के लिए बड़ा खतरा बन चुकी है।
सख्त कदमों की जरूरत:
यदि चैनमाउंटेन और अन्य मशीनों पर तत्काल रोक नहीं लगाई गई, तो इसके पर्यावरणीय प्रभाव विनाशकारी हो सकते हैं। खनिज विभाग को अपनी जिम्मेदारी समझते हुए केवल वाहनों पर जुर्माना लगाने तक सीमित नहीं रहना चाहिए, बल्कि उन मशीनों और संचालकों पर भी कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए, जो इस अवैध खनन में लिप्त हैं।
महानदी को बचाने की पुकार:
महानदी की सुरक्षा केवल प्रशासन की जिम्मेदारी नहीं है। आम जनता और पर्यावरण कार्यकर्ताओं को भी इस मामले में अपनी आवाज उठानी होगी। समय रहते कदम नहीं उठाए गए, तो इसका खामियाजा आने वाली पीढ़ियों को भुगतना पड़ेगा।
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