मुस्लिम युवाओं का महाकुंभ के प्रति समर्पण: 'देश मेरा, मेला भी अपना': प्रयागराज: धर्म, जाति और सियासत से ऊपर उठकर भारतीय एकता की म...
मुस्लिम युवाओं का महाकुंभ के प्रति समर्पण: 'देश मेरा, मेला भी अपना':
प्रयागराज: धर्म, जाति और सियासत से ऊपर उठकर भारतीय एकता की मिसाल पेश करते हुए मुस्लिम युवाओं ने महाकुंभ मेले के आयोजन में अपना पूरा सहयोग देने की घोषणा की है। उनका कहना है कि महाकुंभ केवल हिंदुओं का मेला नहीं, बल्कि पूरे देश की सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहर है।
मुस्लिम युवाओं का संकल्प:
एक समूह के प्रतिनिधि ने कहा, "महाकुंभ हमारा भी है। हम इसके लिए जान की बाजी लगाने को तैयार हैं। यह मेला देश की पहचान है और इसे सफल बनाना हमारी जिम्मेदारी है।"
महिलाओं की अपील: 'सियासत हमें न तोड़े':
महिलाओं ने भी एकजुटता का संदेश देते हुए कहा, "हम सियासत के खेल में नहीं फंसेंगे। महाकुंभ जैसे आयोजनों में सहयोग देकर हम अपनी साझा संस्कृति को मजबूत करेंगे। सियासत हमें न तोड़े, क्योंकि हमारी एकता ही हमारी ताकत है।"
धर्म से परे एकता की मिसाल:
महाकुंभ में मुस्लिम समुदाय का यह सहयोग देश की गंगा-जमुनी तहज़ीब को दर्शाता है। उनका यह प्रयास धार्मिक एकता और सांस्कृतिक समरसता का प्रतीक बन रहा है।.
महाकुंभ के लिए किया जा रहा यह समर्थन दिखाता है कि जब बात देश और उसकी संस्कृति की होती है, तो सभी धर्म के लोग एक साथ खड़े होते हैं।
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