जगदलपुर : बस्तर जिले के पाथरी गांव में पंचायत सचिव की लापरवाही उजागर होने के बाद प्रशासन ने कड़ा एक्शन लिया है। ग्राम पंचायत पाथरी के सचिव ...
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जगदलपुर : बस्तर जिले के पाथरी गांव में पंचायत सचिव की लापरवाही उजागर होने के बाद प्रशासन ने कड़ा एक्शन लिया है। ग्राम पंचायत पाथरी के सचिव लखीराम देवांगन को निलंबित कर दिया गया है।
• लापरवाही पर कड़ा एक्शन :
जिला पंचायत CEO प्रतीक जैन को शिकायत मिली थी कि लखीराम देवांगन 6-6 महीने तक गांव में नहीं आते और शासन की योजनाओं के क्रियान्वयन में रुचि नहीं लेते। इसके बाद जब CEO ने खुद उनसे संपर्क करने की कोशिश की तो उनका मोबाइल स्विच ऑफ मिला। कई दिनों तक प्रयास करने के बावजूद कोई जवाब नहीं मिलने पर लापरवाही के आधार पर उन्हें निलंबित कर दिया गया।
• गांव के विकास कार्यों से दूरी :
बताया जा रहा है कि CEO प्रतीक जैन ब्लॉक भ्रमण के दौरान पाथरी गांव पहुंचे थे, जहां सरपंच और अन्य पंचायत पदाधिकारियों ने शिकायत की कि लखीराम देवांगन मुख्यालय में न रहकर किसी अन्य गांव में रहते हैं। वे पंचायत के कामों में कोई रुचि नहीं लेते और सरकार की योजनाओं का लाभ दिलाने में असफल रहे।
• महत्वपूर्ण कार्यों से भी नदारद :
जांच में यह भी सामने आया कि सचिव मतदाता सूची निर्माण, ग्राम सभा की बैठकें, आयुष्मान कार्ड शिविर और अन्य जरूरी सरकारी कार्यों में भी अनुपस्थित रहे। SDM के आदेशों के बावजूद वे ग्राम पंचायत में अपनी उपस्थिति दर्ज नहीं कराते थे।
गांव के विकास कार्यों में लगातार लापरवाही और जनहित के प्रति उदासीनता को देखते हुए जिला प्रशासन ने सचिव लखीराम देवांगन को निलंबित करने का आदेश जारी किया। इस कार्रवाई से अन्य पंचायत अधिकारियों को भी अपनी जिम्मेदारी निभाने का कड़ा संदेश मिला है।
जिला प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि ग्राम पंचायतों में सरकारी योजनाओं को लागू करने में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अधिकारियों को अपने कार्यस्थल पर नियमित रूप से उपस्थित रहना होगा, अन्यथा सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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