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ऑपरेशन सिंदूर: भारत की आत्मनिर्भर रक्षा शक्ति का प्रमाण - राजनाथ सिंह

ऑपरेशन सिंदूर भारत की आत्मनिर्भर रक्षा शक्ति का प्रमाण — रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह प्रविष्टि तिथि: 16 अक्टूबर 2025, 2:47 PM | स्...

ऑपरेशन सिंदूर भारत की आत्मनिर्भर रक्षा शक्ति का प्रमाण — रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह

प्रविष्टि तिथि: 16 अक्टूबर 2025, 2:47 PM | स्थान: पुणे | स्रोत: PIB दिल्ली

2029 तक 3 लाख करोड़ रुपये के रक्षा उत्पादन और 50 हजार करोड़ रुपये के निर्यात लक्ष्य का विश्वास

रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ भारत की बढ़ती स्वदेशी रक्षा क्षमता का ज्वलंत प्रमाण है। यह सफलता आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य की दिशा में रक्षा विनिर्माण क्षेत्र में भारत की तेजी से बढ़ती शक्ति को दर्शाती है।

पुणे स्थित सिम्बायोसिस स्किल्स एंड प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए श्री सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने रक्षा उत्पादन में असंभव को संभव किया है। आरंभ में आत्मनिर्भरता का मार्ग कठिन था, लेकिन सरकार के दृढ़ संकल्प से आज भारत रक्षा निर्माण में नई ऊंचाइयां छू रहा है।

“हमारा संकल्प है कि भारत अपने सैनिकों के लिए स्वदेश में निर्मित हथियार बनाए — यही सच्ची स्वतंत्रता की पहचान है।” — राजनाथ सिंह

उन्होंने बताया कि पिछले 10 वर्षों में रक्षा उत्पादन 46 हजार करोड़ रुपये से बढ़कर डेढ़ लाख करोड़ रुपये तक पहुंच चुका है, जिसमें निजी क्षेत्र का योगदान 33 हजार करोड़ रुपये का है। श्री सिंह ने कहा कि वर्ष 2029 तक भारत 3 लाख करोड़ रुपये के उत्पादन और 50 हजार करोड़ रुपये के निर्यात लक्ष्य को प्राप्त करेगा।

युवाओं से नवाचार और राष्ट्रनिर्माण का आह्वान

रक्षा मंत्री ने विद्यार्थियों से केवल शैक्षणिक उपलब्धियों तक सीमित न रहकर नवोन्मेषक और सृजनकर्ता बनने की अपील की। उन्होंने कहा कि सच्ची सफलता डिग्री में नहीं, बल्कि ज्ञान के सार्थक उपयोग में निहित है।

उन्होंने जोर देकर कहा कि आज का युग ‘आप क्या जानते हैं?’ का नहीं बल्कि ‘आप क्या कर सकते हैं?’ का है। कौशल ही सीखने और काम करने के बीच का सेतु है, जो भारत को विकसित राष्ट्र बनाने में सहायक होगा।

प्रौद्योगिकी और एआई के उपयोग पर संतुलित दृष्टिकोण की जरूरत

श्री सिंह ने कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) के प्रभाव पर कहा कि एआई मानव श्रम की जगह नहीं लेगा, बल्कि जो लोग एआई का उपयोग करते हैं, वे आगे बढ़ेंगे। उन्होंने युवाओं को तकनीक को “मानवीय संवेदनशीलता और नैतिकता का साधन” बनाए रखने की सलाह दी।

उन्होंने सोशल मीडिया से उत्पन्न दबावों की चर्चा करते हुए विद्यार्थियों से कहा कि वे तुलनाओं में उलझने के बजाय अपने सपनों को साकार करने पर ध्यान दें।

भारत 2047 तक विकसित राष्ट्र बनेगा

भारत के अमृत काल के इस दौर में रक्षा मंत्री ने कहा कि आने वाले 20–25 वर्ष भारत के युवाओं के लिए निर्णायक हैं। उनकी महत्वाकांक्षा ही देश में बदलाव का प्रेरक बनेगी। इस अवसर पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ उन्होंने स्कूल ऑफ डिफेंस एंड एयरोस्पेस टेक्नोलॉजी का उद्घाटन किया।

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