जगदलपुर : प्रगतिशील लेखक संघ, जगदलपुर द्वारा संगठन के संरक्षक मण्डल के सदस्य और नगर के लब्धप्रतिष्ठ व्यंग्यकार, नाटककार, रंगकर्मी, अभिनेता, ...
जगदलपुर : प्रगतिशील लेखक संघ, जगदलपुर द्वारा संगठन के संरक्षक मण्डल के सदस्य और नगर के लब्धप्रतिष्ठ व्यंग्यकार, नाटककार, रंगकर्मी, अभिनेता, कवि और चित्रकार सुभाष पांडेय के काव्य संग्रह नदी के नाम पैग़ाम का लोकार्पण स्थानीय लाला जगदलपुरी केन्द्रीय पुस्तकालय परिसर स्थित ज़िला ग्रंथालय में एक गरिमामय समारोह में वरिष्ठ चित्रकार बंशीलाल विश्वकर्मा, आकाशवाणी के पूर्व उद्घोषक और वरिष्ठ रंगकर्मी एम.ए.रहीम तथा वरिष्ठ साहित्यकार मदन आचार्य के द्वारा किया गया।
आरंभ में सुभाष पांडेय को उनके काव्य संग्रह नदी के नाम पैग़ाम के लिए बधाई देते हुए जगदीश चंद्र दास ने संक्षिप्त पृष्ठभूमि रखी।
कार्यक्रम का सफल संचालन करते हुए करमजीत कौर ने सुभाष पांडेय की रचनात्मक उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए उन्हें बहुमुखी प्रतिभा का धनी कहा।
नदियों की दुर्दशा पर केंद्रित विशेष रूप से बस्तर की जीवनदायिनी नदी इंद्रावती के प्रति अपनी गहरी संवेदना का उल्लेख अपने संबोधन में सुभाष पांडेय ने किया और कहा कि इन कविताओं की रचना के लिए हिमांशु शेखर झा की प्रत्यक्ष प्रेरणा रही।
काव्य संग्रह नदी के नाम पैग़ाम की समीक्षात्मक आलोचना करते हुए ख़ुदेजा ख़ान और हिमांशु शेखर झा ने कविताओं को कथ्य और शिल्प के लिहाज से मुकम्मल और गहन संवेदना से संपृक्त बताया। संग्रह की कविताओं में प्रतीक और बिम्बों का भी सार्थक प्रयोग होने का ज़िक्र उन्होंने किया।
कार्यक्रम के दौरान बस्तर माटी संस्था ने बंशीलाल विश्वकर्मा, एम.ए.रहीम और सुभाष पांडेय का सम्मान श्रीफल और अंगवस्त्र (पाटा) देकर किया।
अपने संबोधन में बंशीलाल विश्वकर्मा, एम ए रहीम ने सुभाष पांडेय को समर्थ रचनाकार बताया और शुभकामनाऍं दी।
पुस्तक लोकार्पण के इस कार्यक्रम में सुनील श्रीवास्तव,योगेंद्र सिंह राठौर, अवध किशोर शर्मा, रूद्र नारायण पाणिग्राही, रामेश्वर प्रसाद चंद्रा, दीपक थवानी, उर्मिला आचार्य, सुषमा झा, नवनीत कमल, कविता बिजौलिया, सतीश जैन, गोपाल पांडेय, विक्रम कुमार सोनी और धन सिंह भी शामिल थे।
आभार प्रदर्शन मदन आचार्य ने किया।
इस कार्यक्रम के आयोजन में लाला जगदलपुरी केन्द्रीय पुस्तकालय के नोडल अधिकारी अखिलेश मिश्रा और प्रभारी अधिकारी सूरज निर्मलकर का विशिष्ट सहयोग रहा।
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