बीजापुर : तीन दशक से हिंसा और भय का पर्याय बने नक्सलवाद के खिलाफ एक और बड़ी सफलता मिली है। बीजापुर जिले में सुरक्षा बलों और प्रशासन की आत्म...
बीजापुर : तीन दशक से हिंसा और भय का पर्याय बने नक्सलवाद के खिलाफ एक और बड़ी सफलता मिली है। बीजापुर जिले में सुरक्षा बलों और प्रशासन की आत्मसमर्पण नीति के तहत 25 नक्सलियों ने हथियार डाल दिए हैं। आत्मसमर्पण करने वालों में 1 करोड़ 15 लाख रुपए के इनामी नक्सली समेत 13 महिला नक्सली भी शामिल हैं।
• सुरक्षा बलों के अनुसार, आत्मसमर्पण करने वालों में संगठन के कई बड़े पदाधिकारी शामिल हैं :
SZCM – 01
DVCM – 02
PPCM – 02
कंपनी सदस्य – 03
ACM – 08
एरिया कमिटी पार्टी सदस्य – 02
LOS सदस्य – 04
जनताना सरकार अध्यक्ष – 01
मिलिशिया कंपनी सदस्य – 01
जनताना सरकार उपाध्यक्ष – 01
सबसे बड़ा नाम रमन्ना ईरपा उर्फ जगदीश का है, जिस पर 25 लाख का इनाम था। रमन्ना 2002 से अब तक बस्तर और उड़ीसा में 40 से अधिक बड़ी नक्सली घटनाओं में शामिल रहा है।
इसके अलावा आत्मसमर्पण करने वालों में:
5 नक्सली 8 लाख के इनामी
7 नक्सली 5 लाख के इनामी
1 नक्सली 2 लाख का इनामी
8 नक्सली 1 लाख के इनामी
2024 की शुरुआत से अब तक की बात करें तो नक्सल विरोधी अभियान के तहत:
803 नक्सली गिरफ्तार किए जा चुके हैं
431 ने आत्मसमर्पण किया है
185 नक्सली मुठभेड़ में मारे गए हैं
प्रशासन की आत्मसमर्पण नीति के तहत समर्पण करने वाले सभी नक्सलियों को प्रत्येक को 50-50 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि दी गई है।
यह आत्मसमर्पण सरकार की नक्सल नीति, सुरक्षा बलों के दबाव और जमीनी स्तर पर किए जा रहे सामाजिक प्रयासों की बड़ी सफलता मानी जा रही है।
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