कांकेर में महिला माओवादी ढेर: B’tar Security Forces ने जारी रखा अभियान तिथि: 20 जून 2025 कांकेर, बस्तर: बस्तर की धरती पर एक ...
कांकेर में महिला माओवादी ढेर: B’tar Security Forces ने जारी रखा अभियान
तिथि: 20 जून 2025
कांकेर, बस्तर: बस्तर की धरती पर एक बार फिर सुरक्षा बलों की रणनीति ने नक्सल नेटवर्क की कमर तोड़ दी है। कांकेर जिले के अमातोला-कल्पार क्षेत्र में आज सुबह DRG (District Reserve Guard) और BSF की संयुक्त टीम ने गश्ती और छापेमारी अभियान के दौरान एक महिला माओवादी को मुठभेड़ में ढेर कर दिया।
सुरक्षा बलों के अनुसार, मुठभेड़ के बाद घटनास्थल से भारी मात्रा में हथियार, ग्रेनेड और नक्सली साहित्य बरामद हुआ है। इस कार्रवाई में किसी भी जवान के घायल होने की सूचना नहीं है। यह ऑपरेशन बस्तर डिवीजन में चल रही उस व्यापक रणनीति का हिस्सा है जिसमें वर्ष 2025 में अब तक 213 माओवादी मारे जा चुके हैं।
बस्तर IG ने इसे “कमर तोड़ने वाली कार्रवाई” बताया है और कहा है कि नक्सल संगठन अब संगठित शक्ति के बजाय बिखरते गुटों में सिमटता जा रहा है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यह सब सटीक इंटेलिजेंस, गहन टोह और स्थानीय समर्थन का प्रतिफल है।
स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि पिछले दो महीनों में क्षेत्र में सुरक्षा बलों की उपस्थिति और छापेमारी बढ़ गई है, जिससे माओवादी नेटवर्क की जड़ें हिलने लगी हैं। कई माओवादी भागते दिखे हैं, तो कुछ ने आत्मसमर्पण की राह पकड़ी है। अब तक कम-से-कम चार वरिष्ठ माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया है।
विशेषज्ञों के अनुसार, यह घटना न केवल एक taktik जीत है, बल्कि यह राज्य सरकार और केंद्रीय बलों की संयुक्त नीति की सफलता का परिचायक भी है। ढेर की गई महिला की पहचान अब तक गोपनीय है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि वह किसी स्थानीय ‘फ्रंट’ की कमांडर हो सकती है।
इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि बस्तर में अब “लाल आतंक” की नींव डगमगाने लगी है और सरकार की ‘हार्ड + हार्ट’ नीति—जहां एक ओर सख्ती, तो दूसरी ओर पुनर्वास—अपना असर दिखा रही है।
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