जगदलपुर : प्रदेश के उपमुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा है कि बस्तर के नौजवान अब माओवादी विचारधारा को ठुकराकर विकास की राह पर चल प...
जगदलपुर : प्रदेश के उपमुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा है कि बस्तर के नौजवान अब माओवादी विचारधारा को ठुकराकर विकास की राह पर चल पड़े हैं। उन्होंने विश्वास जताया कि बस्तर के युवा अपने प्रयासों से माओवाद की समाप्ति में अहम भूमिका निभाएंगे। शर्मा मंगलवार को पंडित श्यामाप्रसाद मुखर्जी सभागार में आयोजित विचार गोष्ठी ‘माओवाद का विद्रूप चेहरा: बीजिंग से बस्तर तक’ को संबोधित कर रहे थे।
गोष्ठी में उपमुख्यमंत्री ने कहा कि बस्तर का जल, जंगल और जमीन यहां के निवासियों का है और विकास अब बस्तर के मॉडल से, बस्तर के हिसाब से होगा। उन्होंने माओवादियों द्वारा की गई हिंसक घटनाओं की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि माओवादी विचारधारा ने निर्दोष नागरिकों और सुरक्षा बलों की जान ली है तथा विकास कार्यों में बाधा डाली है। उन्होंने सोशल मीडिया पर बस्तर की सकारात्मक छवि को सामने लाने का आह्वान भी किया।
वन मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि बस्तरवासी चार दशकों से माओवाद की पीड़ा झेल रहे हैं, लेकिन अब बदलाव की लहर चल पड़ी है। बस्तर आईजी सुंदरराज पी. ने भी क्षेत्र में सुरक्षा बलों के प्रयासों से स्थायी शांति की उम्मीद जताई।
गोष्ठी में सांसद महेश कश्यप, फिल्म निर्देशक सुदीप्तो सेन, सामाजिक कार्यकर्ता और अधिकारीगण उपस्थित रहे। इस दौरान 1989 में तियानमेन चौक की घटना पर आधारित वृत्तचित्र का प्रदर्शन भी हुआ। कार्यक्रम में युवाओं ने माओवाद के खिलाफ आवाज बुलंद की और पुनर्वास नीति के तहत माओवादियों को मुख्यधारा से जुड़ने की अपील की।
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