रेत माफिया का कहर: ग्रामीणों पर ताबड़तोड़ फायरिंग, गांव में दहशत का माहौल, 3 घायल: राजनांदगांव (छत्तीसगढ़): रेत माफिया की दबंगई एक बार फिर...
रेत माफिया का कहर: ग्रामीणों पर ताबड़तोड़ फायरिंग, गांव में दहशत का माहौल, 3 घायल:
राजनांदगांव (छत्तीसगढ़):रेत माफिया की दबंगई एक बार फिर सामने आई है। राजनांदगांव जिले के एक शांत गांव की फिज़ाओं को गोलियों की गूंज ने दहला दिया। बुधवार शाम करीब 4-5 राउंड फायरिंग की गई, जिसमें तीन ग्रामीण गंभीर रूप से घायल हो गए। इनमें एक युवक के सिर को छूती हुई गोली निकल गई, जिससे वह बाल-बाल बचा।
घटना के बाद गांव में भय और आक्रोश का माहौल है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि रेत माफिया को खनिज विभाग का खुला संरक्षण प्राप्त है, जिसके चलते वे बेखौफ होकर जानलेवा हमले कर रहे हैं।
घायलों को तत्काल नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका इलाज जारी है। पुलिस और प्रशासन हरकत में आया है, और स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए गांव में भारी संख्या में फोर्स तैनात की गई है।
गांववालों का फूटा गुस्सा:
घटना के बाद सैकड़ों ग्रामीण इकट्ठा हो गए और कार्रवाई की मांग की। उनका कहना है कि रेत का अवैध उत्खनन लंबे समय से चल रहा है और जब किसी ने इसका विरोध किया, तो उन पर गोलियां बरसा दी गईं।
प्रशासन की चुप्पी पर सवाल:
स्थानीय नागरिकों ने प्रशासन और खनिज विभाग पर गंभीर आरोप लगाए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि कई बार शिकायत करने के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई, जिससे माफिया के हौसले बुलंद हैं।
जांच के आदेश:
घटना की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन ने उच्चस्तरीय जांच के आदेश दे दिए हैं। पुलिस का कहना है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
सवाल यही है – कब तक चलेगा यह खूनी खेल?
अब देखना यह होगा कि क्या प्रशासन रेत माफिया पर शिकंजा कस पाएगा या यह गोलियों की गूंज यूं ही मासूमों की ज़िंदगियों में डर बोती रहेगी।
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