पुलिस डिक्शनरी में बड़ा बदलाव: अब थानों में 'खयानत' नहीं, 'विश्वासघात' लिखा जाएगा: रायपुर: राज्य पुलिस मुख्यालय ने एक ऐतिह...
पुलिस डिक्शनरी में बड़ा बदलाव: अब थानों में 'खयानत' नहीं, 'विश्वासघात' लिखा जाएगा:
रायपुर: राज्य पुलिस मुख्यालय ने एक ऐतिहासिक और जनसुलभ निर्णय लेते हुए प्रदेश के सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों (एसपी) को निर्देश जारी किए हैं कि अब थानों में लिखापढ़ी के दौरान कठिन उर्दू-फारसी शब्दों के बजाय सरल और सहज हिंदी शब्दों का प्रयोग किया जाएगा।
इस फैसले के तहत करीब 220 शब्दों को पुलिस की शब्दावली से हटाया जा रहा है, जिनमें ‘खयानत’, ‘मौका मुआयना’, ‘मुरत्तब’ जैसे शब्द शामिल हैं। इनकी जगह अब आमजन को आसानी से समझ आने वाले हिंदी शब्द जैसे ‘विश्वासघात’, ‘जांच स्थल’, ‘क्रमबद्ध’ आदि का उपयोग होगा।
सामान्य नागरिकों के लिए होगा फायदेमंद:
इस पहल का उद्देश्य पुलिस और आम जनता के बीच संवाद को और अधिक पारदर्शी और सरल बनाना है। अब फरियादी या कोई भी व्यक्ति थाने में दर्ज रिपोर्ट को बिना किसी अतिरिक्त व्याख्या के आसानी से समझ सकेगा।
राज्य पुलिस महानिरीक्षक ने बताया:
> “यह परिवर्तन पुलिस की भाषा को आम नागरिक के करीब लाने का एक प्रयास है। इससे लोगों का पुलिस व्यवस्था पर विश्वास और बढ़ेगा।”
भाषा के माध्यम से न्याय तक आसान पहुंच:
कई वर्षों से यह शिकायतें मिल रही थीं कि पुलिस एफआईआर और रिपोर्ट्स में प्रयुक्त कठिन शब्दों को आम आदमी नहीं समझ पाता। इसी समस्या को गंभीरता से लेते हुए पुलिस मुख्यालय ने भाषायी सरलीकरण की दिशा में कदम उठाया है।
नई शब्दावली शीघ्र लागू होगी:
सभी थानों को नया शब्दकोश उपलब्ध कराया जा रहा है, जिसमें सरल हिंदी शब्दों की सूची दी गई है। साथ ही, पुलिस कर्मचारियों को नए शब्दों के प्रयोग के लिए प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
इस बदलाव से पुलिस व्यवस्था और नागरिकों के बीच की दूरी कम होगी और न्याय प्रक्रिया अधिक सुलभ बनेगी।
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