भारत ने बीते वर्षों में वैश्विक मंच पर अपनी पहचान को एक नई ऊंचाई पर पहुंचाया है। वर्तमान के सबसे ज्वलंत विषय "सिन्दूर" के सा...
भारत ने बीते वर्षों में वैश्विक मंच पर अपनी पहचान को एक नई ऊंचाई पर पहुंचाया है। वर्तमान के सबसे ज्वलंत विषय "सिन्दूर" के साथ - साथ अनेक क्षेत्रों में मिली उपलब्धियों ने यह सिद्ध कर दिया है कि भारत सिर्फ विकासशील नहीं, बल्कि विश्व को नेतृत्व देने वाला देश बन चुका है। आइए नज़र डालते हैं उन प्रमुख क्षेत्रों पर, जिनमें भारत ने वैश्विक पटल पर गर्व करने योग्य प्रदर्शन किया है - शुभान्शु झा, 14/05/2025
वैश्विक शक्ति रैंकिंग में भारत का उत्थान
हाल के वर्षों में कई अंतरराष्ट्रीय संस्थानों द्वारा प्रकाशित रैंकिंग में भारत को विश्व की अग्रणी सैन्य और कूटनीतिक शक्तियों में गिना गया है। उदाहरण के लिए, US News & World Report (2024) की "Most Powerful Countries" सूची में भारत को शीर्ष 5 देशों में स्थान मिला। यह भारत की सैन्य ताकत, वैश्विक प्रभाव और आर्थिक क्षमता को दर्शाता है।
GST संग्रह में निरंतर वृद्धि
भारतीय अर्थव्यवस्था की मजबूती का प्रमाण है वस्तु एवं सेवा कर (GST) का मासिक संग्रह। अप्रैल 2025 में भारत ने 2.37 लाख करोड़ रुपये से अधिक का GST कलेक्शन दर्ज किया, जो अब तक का उच्चतम स्तर है। यह कर प्रणाली में पारदर्शिता और compliance में वृद्धि का संकेत है।
सौर ऊर्जा में वैश्विक नेतृत्व
भारत ने नवीकरणीय ऊर्जा, विशेष रूप से सौर ऊर्जा के क्षेत्र में वैश्विक अग्रणी स्थान प्राप्त किया है। International Energy Agency (IEA) के अनुसार, भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा सौर ऊर्जा उत्पादक बन चुका है और Solar Power Capacity में केवल चीन और अमेरिका से पीछे है।
विकास दर और आर्थिक प्रदर्शन
वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में भारत की GDP वृद्धि दर 8.2% रही, जो विश्व की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तेज़ है। यह भारत के आर्थिक पुनरुद्धार और प्रगतिशील नीतियों का परिणाम है।
डिफेंस और तकनीकी मजबूती
भारत ने रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। Rafale जैसे अत्याधुनिक लड़ाकू विमानों की आपूर्ति और S-400 एयर डिफेंस सिस्टम की खरीद भारत की सैन्य क्षमताओं को और अधिक मज़बूत कर रही हैं। इसके साथ ही, रक्षा उत्पादन में ‘मेक इन इंडिया’ नीति के तहत स्वदेशी निर्माण को प्राथमिकता दी जा रही है।
मोबाइल और टेक्सटाइल उत्पादन में भारत की अग्रणी भूमिका
भारत मोबाइल फोन उत्पादन में दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश बन गया है। इसी प्रकार, टेक्सटाइल उद्योग में भी भारत चीन के बाद दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक देश है।
ऑटोमोबाइल, स्टील और बिजली उत्पादन
भारत ने ऑटोमोबाइल उत्पादन, स्टील निर्माण और बिजली उत्पादन में भी विश्व में शीर्ष स्थानों पर पहुंचने में सफलता पाई है। World Steel Association के अनुसार भारत, चीन के बाद स्टील उत्पादन में दूसरा सबसे बड़ा देश है।
राष्ट्रीय चेतना और जागरूकता में वृद्धि
हाल के वर्षों में देशवासियों में राष्ट्रभक्ति, सुरक्षा और विकास को लेकर जागरूकता में वृद्धि हुई है। इसका प्रमाण है युवाओं और नागरिकों की बढ़ती भागीदारी, मतदान में उत्साह और रक्षा बलों के प्रति सम्मान और समर्थन।
भारत की ये उपलब्धियाँ किसी एक सरकार या नेता की नहीं, बल्कि देश की सामूहिक क्षमता, नागरिकों की मेहनत, वैज्ञानिकों की शोध भावना और लोकतंत्र की शक्ति का प्रतीक हैं, अटल, सुदृढ़, सशक्त नेतृत्व पर जन जन के विश्वास और उस अपूर्व नेतृत्व के समर्पण का प्रतीक है। आलोचना लोकतंत्र का हिस्सा है, लेकिन प्रगति पर गर्व करना हमारा कर्तव्य।
जय हिन्द।
कोई टिप्पणी नहीं