छत्तीसगढ़ में शिक्षक आंदोलन की लहर: 28 मई को मंत्रालय का घेराव, युक्तियुक्तकरण के खिलाफ एकजुटता रायपुर : छत्तीसगढ़ में एक बार फिर शिक्षक ...
छत्तीसगढ़ में शिक्षक आंदोलन की लहर: 28 मई को मंत्रालय का घेराव, युक्तियुक्तकरण के खिलाफ एकजुटता
रायपुर : छत्तीसगढ़ में एक बार फिर शिक्षक संगठन अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर उतरने जा रहे हैं। राज्य के 23 प्रमुख शिक्षक संगठनों ने 28 मई को मंत्रालय का घेराव करने की घोषणा की है। यह आंदोलन राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया के विरोध में हो रहा है, जिसे शिक्षक समुदाय ने "शिक्षा व्यवस्था को अस्थिर करने वाला कदम" बताया है।
शिक्षकों का कहना है कि इस प्रक्रिया के कारण न केवल उनकी सेवाओं में अस्थिरता आएगी, बल्कि छात्रों की पढ़ाई पर भी गहरा असर पड़ेगा। आंदोलन की अगुवाई करने वाले संगठनों ने सरकार को चेतावनी दी है कि यदि युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया को तुरंत प्रभाव से रद्द नहीं किया गया, तो यह विरोध और उग्र रूप ले सकता है।
कोंडागांव जिले के सभी शैक्षणिक संगठन भी इस राज्यव्यापी आंदोलन में शामिल होने का ऐलान कर चुके हैं। इससे स्पष्ट है कि यह केवल एक विभागीय विरोध नहीं, बल्कि प्रदेशभर के शिक्षकों की सामूहिक असहमति का संकेत है।
शिक्षक संघों की मुख्य मांगें:
युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया को तत्काल प्रभाव से रद्द किया जाए।
शिक्षकों की नियुक्ति एवं स्थानांतरण की पारदर्शी नीति बने।
विद्यालयों में रिक्त पदों को भरने की समयबद्ध योजना तैयार हो।
सरकार की ओर से अब तक कोई ठोस जवाब नहीं आया है, जिससे शिक्षक समुदाय में रोष और भी गहरा होता जा रहा है।
28 मई को रायपुर स्थित मंत्रालय के सामने बड़ी संख्या में शिक्षक जुटने की संभावना है। इस आंदोलन पर प्रदेश भर की नजरें टिकी हैं।
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